विभिन्न वैश्विक कंपनियों में नेतृत्वकारी भूमिकाओं वाले भारतीय मूल के लोगों में सबीह खान हुए शामिल
अनुराग अजय
- 09 Jul 2025, 04:25 PM
- Updated: 04:25 PM
नयी दिल्ली, नौ जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जन्मे सबीह खान आईफोन विनिर्माता एप्पल के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) के पद पर पदोन्नत होने के बाद इंदिरा नूयी, सत्य नडेला और सुंदर पिचाई जैसे दिग्गजों के ‘क्लब’ में शामिल हो गए हैं। भारतीय मूल के ये दिग्गज वैश्विक कंपनियों में शीर्ष पदों पर रह चुके हैं या अब भी हैं।
खान अब भी एप्पल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) टिम कुक की अगुवाई में काम करेंगे। वह इस महीने के अंत में जेफ विलियम्स से अपनी नई भूमिका संभालेंगे। खान 30 साल तक एप्पल में काम करने के बाद 2019 में परिचालन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में कार्यकारी टीम में शामिल हुए।
सत्य नडेला माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ हैं, जबकि सुंदर पिचाई गूगल और उसकी मूल कंपनी अल्फाबेट, दोनों के सीईओ हैं।
फरवरी, 2014 में स्टीव बाल्मर के बाद नडेला सीईओ बने। पिचाई अगस्त, 2015 में प्रमुख ‘सर्च इंजन’ गूगल के सीईओ बने और जुलाई, 2017 में अल्फाबेट के निदेशक मंडल में शामिल हुए।
विविध क्षेत्रों में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के भारतीय मूल के सीईओ का क्लब भले ही बहुत प्रतिष्ठित हो, लेकिन इसकी सदस्य संख्या काफी बड़ी है।
विश्व की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में से एक एडोब के चेयरमैन एवं सीईओ शांतनु नारायण तथा आईबीएम के चेयरमैन, अध्यक्ष एवं सीईओ अरविंद कृष्णा उन सक्रिय दिग्गजों में से हैं।
उनके साथ दवा क्षेत्र की प्रमुख वैश्विक कंपनी नोवार्टिस के सीईओ वसंत नरसिम्हन और वैश्विक बायोटेक प्रमुख वर्टेक्स की सीईओ और अध्यक्ष रेशमा केवलरमानी भी शामिल हैं।
इसी प्रकार, माइक्रोन टेक्नोलॉजी के चेयरमैन, अध्यक्ष और सीईओ संजय मेहरोत्रा, कैडेंस के अध्यक्ष और सीईओ अनिरुद्ध देवगन और शैनेल की वैश्विक सीईओ लीना नायर अन्य महत्वपूर्ण सक्रिय सदस्यों में हैं।
बाटा के पूर्व सीईओ संजीव कटारिया को फुटवियर क्षेत्र की इस कंपनी के पहले भारतीय वैश्विक सीईओ होने का गौरव प्राप्त था। उन्होंने पिछले महीने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसी तरह, स्टारबक्स के सीईओ के रूप में काम करने के बाद पिछले साल उससे अलग हुए लक्ष्मण नरसिम्हन ने भी एक अन्य बहुराष्ट्रीय कंपनी रेकिट बेंकिजर का सीईओ के रूप में नेतृत्व किया था।
खाद्य और पेय पदार्थ प्रमुख पेप्सिको में 12 वर्षों तक कंपनी का नेतृत्व करने और 24 वर्षों तक विभिन्न भूमिकाओं में सेवा देने के बाद इंदिरा नूयी ने 2018 में सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया।
हरीश मनवानी 1976 में रोजमर्रा के घरेलू उत्पाद (एफएमसीजी) बनाने वाली प्रमुख कंपनी यूनीलिवर में प्रबंधन प्रशिक्षु के रूप में कंपनी की भारतीय इकाई हिंदुस्तान यूनीलिवर लिमिटेड (एचयूएल) में शामिल होने के बाद 2011 में इसके पहले सीओओ बने।
भाषा अनुराग