हैदराबाद में मिलावटी ताड़ी पीने से 19 लोग अस्पताल में भर्ती
राखी रंजन
- 09 Jul 2025, 06:19 PM
- Updated: 06:19 PM
हैदराबाद, नौ जुलाई (भाषा) तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के कुकटपल्ली इलाके में कथित तौर पर मिलावटी ताड़ी पीने के बाद 19 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित लोगों ने छह और आठ जुलाई को शहर के कुकटपल्ली, बालानगर और अन्य इलाकों की ताड़ी बेचने वाले विभिन्न दुकानों में ताड़ी पी थी जिसके बाद उन 19 लोगों को मंगलवार को तबीयत खराब होने की शिकायत के बाद अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था, और बाद में उन्हें यहां सरकारी निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एनआईएमएस) में स्थानांतरित कर दिया गया।
बाद में इनमें से 15 लोगों को राज्य संचालित निजाम्स इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (निम्स) में स्थानांतरित किया गया, इनमें से दो को गांधी अस्पताल में भर्ती किया गया, जबकि दो अन्य का उपचार एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
तेलंगाना के आबकारी एवं मद्य निषेध मंत्री जूपल्ली कृष्णा राव ने बुधवार को निम्स अस्पताल जाकर मरीजों से मुलाकात की। चिकित्सकों से चर्चा के बाद उन्होंने पत्रकारों को बताया कि सभी मरीजों की हालत स्थिर है।
मंत्री से जब यह पूछा गया कि गांधी अस्पताल में उपचार के दौरान एक व्यक्ति की मौत की सूचना है, तो उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसी कोई जानकरी उन्हें नहीं मिली है।
मंत्री ने कहा कि सभी प्रभावित लोगों में एक जैसे लक्षण पाए गए हैं जिससे प्राथमिक तौर पर संदेह है कि यह मिलावटी ताड़ी पीने का मामला हो सकता है।
उन्होंने बताया कि इस घटना को लेकर पुलिस और उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने मामले दर्ज किया हैं और जांच शुरू कर दी है।
मंत्री ने कहा कि जिन दुकानों में लोगों ने ताड़ी पी थी, उन्हें सील कर दिया गया है और वहां से नमूने लेकर रासायनिक विश्लेषण के लिए भेजे गए हैं। इलाज करा रहे मरीजों से लिए गए नमूने फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में भेजे गए हैं।
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और मिलावटी ताड़ी बेचने वाले दुकानों के लाइसेंस रद्द किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री सी. दामोदर राजनारसिंह ने भी बुधवार को चिकित्सकों से मरीजों की स्थिति की जानकारी ली और स्वास्थ्य अधिकारियों को उनके समुचित इलाज के निर्देश दिए।
भाषा राखी