विपक्ष ने वडोदरा में पुल ढहने के मामले में सरकार पर साधा निशाना, मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगा
आशीष माधव
- 09 Jul 2025, 09:49 PM
- Updated: 09:49 PM
अहमदाबाद, नौ जुलाई (भाषा) गुजरात के वडोदरा में पुल का एक हिस्सा गिरने से 10 लोगों की मौत के कुछ घंटों बाद विपक्षी दलों ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार की लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के इस्तीफे की मांग की।
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के कुछ नेताओं ने पहले भी प्रशासन का ध्यान पुल की स्थिति की ओर आकर्षित किया था, लेकिन प्रशासन ने इस पर ध्यान नहीं दिया और कोई कार्रवाई नहीं की।
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार सुबह करीब साढ़े सात बजे वडोदरा जिले में चार दशक पुराने गंभीरा पुल का एक हिस्सा ढह जाने से कई वाहन महिसागर नदी में गिर गए, जिसमें दो भाई-बहनों सहित 10 लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य को बचा लिया गया। बचाए गए लोगों में से कुछ को चोटें आई हैं।
घटना के बारे में राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता अमित चावड़ा ने कहा, "कांग्रेस नेताओं समेत स्थानीय लोगों ने प्रशासन से कई बार कहा था कि पुल की हालत बहुत खराब है। हमने कहा था कि 40 साल का होने के कारण अब पुल का समय पूरा हो चुका है।"
उन्होंने कहा, "हालांकि, सरकार ने इन शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया। राज्य सरकार की आपराधिक लापरवाही के कारण पुल ढह गया। हम इस गंभीर लापरवाही के लिए ज़िम्मेदार लोगों की जांच और सज़ा की मांग करते हैं।"
उन्होंने कहा कि राज्य में पुल ढहने की घटनाओं में वृद्धि के मद्देनजर सरकार को सभी पुराने पुल का ऑडिट करवाना चाहिए। चावड़ा ने कहा कि रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी चाहिए ताकि लोगों को पता चल सके कि उन्हें उस पुल पर यात्रा करनी चाहिए या नहीं।
आम आदमी पार्टी (आप) की गुजरात इकाई के अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के इस्तीफे की मांग की।
उन्होंने कहा, "गुजरात में भाजपा नीत सरकार के भ्रष्टाचार के कारण कई लोगों की जान गई है। यह कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि मानव निर्मित आपदा है। राज्य सरकार की लापरवाही के कारण लोगों की जान गई है।"
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने कहा कि यह सरासर आपराधिक लापरवाही का मामला है।
उन्होंने कहा, "सामाजिक कार्यकर्ताओं ने 2022 में पुल की खराब हालत की ओर ध्यान दिलाया था। उन्होंने इस पुल के पुनर्निर्माण की मांग की थी। लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया। यह आपराधिक लापरवाही का मामला है।"
प्रजा शक्ति डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख वाघेला ने कहा, "अदालत की निगरानी में जांच होनी चाहिए और इस हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए।"
भाषा आशीष