सपा सांसद इकरा हसन ने अपर जिलाधिकारी पर लगाया दुर्व्यवहार का आरोप, जांच के आदेश
सलीम सिम्मी
- 16 Jul 2025, 11:35 PM
- Updated: 11:35 PM
सहारनपुर (उप्र), 16 जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश के कैराना से समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद इकरा हसन ने सहारनपुर में अपर जिलाधिकारी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है जिसके बाद जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
इकरा हसन का आरोप है कि वह एक जुलाई को शामलपुर नगर पंचायत की अध्यक्ष शमा परवीन के साथ कुछ स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अपर जिलाधिकारी (एडीएम) संतोष बहादुर सिंह से मुलाकात करने गई थी तो पहले उन्हें बताया गया कि सिंह दोपहर का भोजन करने के लिए बाहर गए हैं और अगर सांसद चाहें तो लिखित रूप में अपनी समस्या बता सकती हैं।
सांसद का कहना है कि उसी दिन अपराह्न करीब तीन बजे वह परवीन को साथ लेकर एक बार फिर अपर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची। सांसद ने आरोप लगाया कि उनके पहुंचने पर एडीएम सिंह का व्यवहार ‘‘सम्मानजनक नहीं था।’’
उन्होंने कहा कि एडीएम ने परवीन को फटकार लगाई और जब हसन ने उनके मुद्दों पर सुनवाई का अनुरोध करने के लिए हस्तक्षेप किया, तो उन्होंने कथित तौर पर अशिष्ट व्यवहार किया और दोनों महिलाओं को अपने कार्यालय से बाहर जाने का निर्देश दिया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस कथित घटना के बाद सांसद इकरा हसन ने प्रमुख सचिव (नियुक्ति) और सहारनपुर के मंडलायुक्त अटल कुमार राय के पास औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। मामले का संज्ञान लेते हुए मंडलायुक्त ने सहारनपुर के जिलाधिकारी मनीष बंसल को आरोपों की गहन जांच करने का निर्देश दिया है।
जिलाधिकारी मनीष बंसल ने कहा, "मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद घटना की रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।"
इस बीच, अपर जिलाधिकारी संतोष बहादुर सिंह ने बुधवार को आरोपों से इनकार किया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "जब सांसद मेरे कार्यालय आई थीं तो उस समय मैं क्षेत्र में था। मैं तुरंत कार्यालय पहुंचा और उन्हें अपने कार्यालय में बुलाया और उनसे लिखित में शिकायत देने को कहा। मेरे द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप निराधार हैं।"
इस घटना पर सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने बुधवार को 'एक्स' पर लिखा, "जो लोग सांसद का सम्मान नहीं करते, वे जनता का क्या करेंगे।"
सांसद इकरा हसन ने भी 'एक्स' पर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, "सरकार महिलाओं के हितैषी होने का दावा करती है, लेकिन अधिकारी अपनी महिला विरोधी मानसिकता के साथ लापरवाही बरत रहे हैं। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।"
भाषा सलीम