अंडमान सहकारी बैंक घोटाला: पूर्व कांग्रेस सांसद कुलदीप शर्मा गिरफ्तार
अमित अविनाश
- 18 Jul 2025, 08:19 PM
- Updated: 08:19 PM
पोर्ट ब्लेयर, 18 जुलाई (भाषा) आपराधिक अन्वेषण विभाग (सीआईडी) ने पूर्व कांग्रेस सांसद कुलदीप राय शर्मा को अंडमान एवं निकोबार राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड (एएनएससीबीएल) ऋण अनियमितता मामले में शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।
पूर्व में एएनएससीबीएल के अध्यक्ष रह चुके शर्मा को पोर्ट ब्लेयर के एक निजी अस्पताल से गिरफ्तार किया गया, जहां उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण भर्ती कराया गया था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘शर्मा को कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के चलते डॉ. रितिकाज डायग्नोस्टिक सॉल्यूशन्स मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सुबह अधिकारियों की एक टीम निजी अस्पताल गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।’’ उन्होंने कहा कि आगे की कानूनी कार्रवाई अदालत द्वारा तय की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘जरूरत पड़ने पर एक मेडिकल बोर्ड उनकी स्वास्थ्य स्थिति का फिर से आकलन करेगा।’’
कांग्रेस के अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह प्रभारी मणिकम टैगोर ने आरोप लगाया कि एएनएससीबीएल घोटाले में शर्मा की गिरफ्तारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा कांग्रेस को बदनाम करने के लिए राजनीति से प्रेरित है।
टैगोर कांग्रेस सांसद भी हैं। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पुलिस ने पूर्व एएनपीसीसी अध्यक्ष और पूर्व सांसद कुलदीप राय शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा नेतृत्व और आरएसएस कांग्रेस नेतृत्व को परेशान करना जारी रखे हुए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे जानते हैं कि वे हमसे राजनीतिक रूप से नहीं लड़ पाएंगे, इसीलिए वे हमारे नेतृत्व को परेशान करने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रहे हैं। वे पुलिस और अन्य एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। हम इसका मुकाबला करेंगे और हम कुलदीप जी के साथ खड़े रहेंगे। वह एक मजबूत व्यक्ति हैं और हमें पूरा विश्वास है कि वह इसका मुकाबला करेंगे। हम सभी इस लड़ाई में कुलदीप जी के साथ खड़े हैं। पूरा कांग्रेस परिवार इस कठिन समय में उनके साथ खड़ा है।’’
पंद्रह मई को शर्मा के खिलाफ इन्हीं अनियमितताओं के सिलसिले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
जांच के दौरान पुलिस को कुछ पैसों के लेन-देन का पता चला, जो एक ड्राइवर (जो बैंक ऋण घोटाले के एक आरोपी का कर्मचारी है), चोल्दारी इलाके के एक चायवाले और एक मैकेनिक के बैंक खातों से जुड़े हुए थे।
शर्मा के अलावा, प्राथमिकी में नामजद अन्य लोगों में सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष, बोर्ड के सदस्य और बैंक के निदेशक/अधिकारी और कई लाभार्थी शामिल हैं।
पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि बैंक की प्रबंध समिति पर आरोप है कि उसने ऋण स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिशों को नजरअंदाज किया और ऋण स्वीकृत करते समय सीआईबीआईएल रिपोर्ट और अनिवार्य दस्तावेजों की भी अनदेखी की।
पुलिस को सहकारी समितियों (मुख्यालय) के उप-पंजीयक से एक शिकायत मिली थी, जिसमें विभिन्न व्यक्तियों को ऋण देने में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था।
पच्चीस जून से अब तक इस घोटाले के सिलसिले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें एएनएससीबीएल के प्रबंध निदेशक के. मुरुगन, बैंक कर्मचारी कलाईवनन, बबलू हलदर (अंडमान मॉर्मन इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक), तरुण मंडल (ब्लेयर एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक), अजय मिन्ज (अंडमान ट्रीपी एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक), के. सुब्रमणियम (एएनएससीबीएल के निदेशक) और एम. साजिद (मेसर्स अंडमान एस्केपेड्स के मालिक) शामिल हैं।
भाषा अमित