बिरला ने विपक्षी सांसदों से कहा: सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास उचित नहीं
वैभव
- 04 Aug 2025, 12:08 PM
- Updated: 12:08 PM
नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को सदन में हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा कि नारेबाजी करना, तख्तियां लहराना और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास उचित नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि देश की जनता देख रही है कि नियोजित तरीके से सदन की कार्यवाही को बाधित किया जा रहा है।
कांग्रेस और उसके कई सहयोगी दलों के सदस्यों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए आज भी सदन में हंगामा किया।
लोकसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘मैंने पहले भी आग्रह किया है और फिर कर रहा हूं कि प्रश्नकाल महत्वपूर्ण समय होता है, माननीय सदस्यों का समय होता है। प्रश्नकाल में कई मंत्रालयों, विभागों से संबंधित जो प्रश्न पूछे जाते हैं, सरकार उनका जवाब देती है। आपको जनता ने अपने मुद्दे उठाने, अपनी आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए भेजा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं रोज प्रयास करता हूं कि सदन चले। संसद देश की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक संस्था है। इसकी मर्यादा और परंपराएं रही हैं। इसी सदन के अंदर हमारे पूर्व सांसदों ने अच्छी चर्चा और संवाद के साथ संसद की गरिमा को बढ़ाया।’’
बिरला ने विपक्षी सदस्यों द्वारा रोजाना सदन के भीतर तख्तियां लाए जाने पर निराशा जताई।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं रोज प्रयास करता हूं कि आप भी संसद की गरिमा को बनाए रखें। तख्तियां लाने, नारेबाजी करने से सदन नहीं चलेगा। लोकतंत्र में नियोजित तरीके से सदन को बाधित करना लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और परंपराओं के लिए अच्छा नहीं हैं।’’
बिरला ने विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘देश की जनता आपको देख रही है कि आप नियोजित तरीके से नारेबाजी करते हैं, तख्तियां लहराते हैं, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं, यह उचित नहीं है। यह संसद की व्यवस्था के लिए उचित नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नियम एवं प्रक्रियाओं के तहत आपको हर मुद्दे पर चर्चा करने का पर्याप्त मौका दिया गया है। मैंने पूर्व में भी सदस्यों को मौका दिया है।’’
उनके मुताबिक, सदन में कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा होनी है, जिन पर कई सदस्य चर्चा करना चाहते हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से कहा, ‘‘अगर आप सदन नहीं चलाना नहीं चाहते तो यह अच्छी परंपरा नहीं है। आपको लाखों लोगों ने चुनकर भेजा है। सपा सांसद (रुचि वीरा) ने सवाल पूछा है, आप लोग भी पूछिए, मैं मौका दूंगा। शून्यकाल में हर विषय को उठाने का मौका दिया जाएगा।’’
हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने 11 बजकर 10 मिनट पर सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
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