झामुमो संरक्षक शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर रांची में उनके आवास पर ले जाया गया,लोगों ने दी श्रद्धांजलि
नोमान संतोष
- 04 Aug 2025, 11:16 PM
- Updated: 11:16 PM
(तस्वीरों के साथ)
रांची, चार अगस्त (भाषा) वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संरक्षक शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर सोमवार शाम यहां उनके आवास ले जाया गया जहां परिवार के सदस्य, पार्टी कार्यकर्ता और राजनीतिक नेता उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्र हुए थे।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर को एक विशेष विमान से दिल्ली से रांची लाया गया। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई एवं विधायक बसंत सोरेन भी उसी विमान से आए।
शिबू सोरेन ‘दिशोम गुरु’ के नाम से प्रसिद्ध थे। शिबू सोरेन (81) का गुर्दे संबंधी समस्याओं के कारण एक महीने से अधिक समय से दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में उपचार किया जा रहा था। उनका सोमवार सुबह निधन हो गया।
उनके पार्थिव शरीर को लाए जाने के दौरान 'जब तक सूरज चांद रहेगा, गुरुजी तेरा नाम रहेगा' और 'गुरुजी अमर रहे' जैसे नारे लगे जो इस प्रतिष्ठित नेता के साथ लोगों के गहरे भावनात्मक जुड़ाव को दर्शाता है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, आजसू पार्टी प्रमुख सुदेश महतो, मंत्री सुदिव्य कुमार और दीपिका पांडे सिंह सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनके आवास पर जाकर शोक संवेदना व्यक्त की।
बड़ी संख्या में राजनीतिक कार्यकर्ता और समर्थक भी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्र हुए।
शाम करीब 6.30 बजे दिवंगत नेता का पार्थिव शरीर बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर लाया गया, जहां हजारों लोग अंतिम विदाई देने के लिए एकत्र हुए थे।
झामुमो कार्यकर्ताओं और नेताओं ने ताबूत को बाहर लाते समय 'दिशोम गुरु अमर रहे' के नारे लगाए।
शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर कड़ी सुरक्षा के बीच फूलों से सजी जिस खुली गाड़ी में ले जाया जा रहा था उस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके भाई बसंत भी बैठे हुए थे। वाहन के ऊपर ‘गुरुजी’ (शिबू सोरेन) की तस्वीर लगी थी। कल्पना सोरेन वाहन में आगे बैठी नजर आईं।
भारी सुरक्षा तैनाती के बीच सड़कों पर जुलूस धीरे-धीरे आगे बढ़ा और शोक व्यक्त करने वाले लोग पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए सड़कों के किनारे कतारों में खड़े दिखे।
झामुमो सूत्रों ने बताया कि शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर मंगलवार को रामगढ़ जिले में उनके पैतृक गांव नेमरा ले जाया जाएगा और अंतिम संस्कार वहीं किया जाएगा।
भाषा
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