घोषणा पत्र के माध्यम से मतदाता सूची में शामिल व हटाए गए नाम साझा करें राहुल : कर्नाटक के सीईओ
प्रशांत दिलीप
- 07 Aug 2025, 07:08 PM
- Updated: 07:08 PM
नयी दिल्ली, सात अगस्त (भाषा) कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उन मतदाताओं के नाम साझा करने को कहा, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया है कि उन्हें राज्य की मतदाता सूची में गलत तरीके से शामिल किया गया है या बाहर रखा गया है।
साथ ही, उन्होंने राहुल गांधी से इस संबंध में एक हस्ताक्षरित घोषणा पत्र भी मांगा है, ताकि चुनाव प्राधिकारी इस मामले में “आवश्यक कार्यवाही” शुरू कर सकें।
निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने कहा कि गांधी को या तो चुनाव संचालन नियमों के तहत एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करना चाहिए और उन लोगों की सूची प्रस्तुत करनी चाहिए, जिनके बारे में उनका दावा है कि उन्हें मतदाता सूची में गलत तरीके से शामिल किया गया है या हटा दिया गया है या फिर उन्हें भारत के लोगों को “गुमराह करना बंद करना चाहिए” और चुनाव प्राधिकरण के खिलाफ “निराधार आरोप लगाना बंद करना चाहिए”।
गांधी द्वारा मतदान में धोखाधड़ी का आरोप लगाने के तुरंत बाद उन्हें लिखे पत्र में राज्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाता सम्मेलन के दौरान, “आपने मतदाता सूची में अयोग्य मतदाताओं को शामिल करने और योग्य मतदाताओं को बाहर करने के बारे में उल्लेख किया था...।”
पत्र में कहा गया, “आपसे अनुरोध है कि कृपया मतदाता पंजीकरण नियम, 1960 के नियम 20(3)(बी) के अंतर्गत संलग्न घोषणा/शपथ पर हस्ताक्षर करें तथा उसे मतदाता(ओं) के नाम सहित वापस भेजें, ताकि आवश्यक कार्यवाही शुरू की जा सके।”
लोकसभा में विपक्ष के नेता ने दावा किया कि कर्नाटक के एक निर्वाचन क्षेत्र में 1,00,250 मतों की “वोट चोरी” हुई है, जिसमें एक विधानसभा क्षेत्र में 11,965 डुप्लीकेट मतदाता हैं, 40,009 मतदाता फर्जी और अवैध पते वाले हैं, 10,452 मतदाता सामूहिक या एक जैसे पते वाले हैं, 4,132 मतदाता अवैध फोटो वाले हैं और 33,692 मतदाता नए मतदाताओं के फार्म 6 का दुरुपयोग कर रहे हैं।
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने यहां बताया कि कर्नाटक के सीईओ को आज शाम तक गांधी से हस्ताक्षरित शपथपत्र मिलने की उम्मीद है।
सीईओ ने कांग्रेस नेता को बताया कि मतदाता सूचियां जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950, मतदाता पंजीकरण नियम, 1960 तथा समय-समय पर निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार पारदर्शी तरीके से तैयार की जाती हैं।
सीईओ ने बताया कि नवीनतम मतदाता सूची प्रक्रिया के अनुसार कांग्रेस के प्रतिनिधियों के साथ साझा की गई थी।
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