जरांगे ने विश्वसनीयता खोई, उनका रिमोट कंट्रोल शरद पवार के हाथ में: भाजपा नेता
जितेंद्र नेत्रपाल
- 12 Aug 2025, 09:54 PM
- Updated: 09:54 PM
मुंबई/जालना, 12 अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता परिणय फुके ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ टिप्पणी के लिए मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे की आलोचना करते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि उनका ‘रिमोट कंट्रोल’ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार के हाथों में है।
फुके ने आरोप लगाया, “जैसे बारिश में मेंढक बाहर निकलते हैं, वैसे ही जरांगे भी चुनाव नजदीक आने पर ही दिखाई देते हैं।
जरांगे ने पलटवार करते हुए फडणवीस पर मराठा और ओबीसी समुदायों के बीच मतभेद उत्पन्न करने का आरोप लगाया।
उन्होंने महाराष्ट्र सरकार पर मराठा समुदाय से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया और 29 अगस्त को मुंबई में फिर से भूख हड़ताल करने की घोषणा की।
जरांगे ने पिछले सप्ताह आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित सरकार में शामिल मराठा नेताओं का राजनीतिक करियर खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।
फुके ने नागपुर में पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा, “जैसे बारिश में मेंढक बाहर निकलते हैं, वैसे ही जरांगे भी चुनाव नजदीक आने पर ही दिखाई देते हैं। उन्होंने अपनी विश्वसनीयता खो दी है। उनका ‘रिमोट कंट्रोल’ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार के हाथों में है।”
भाजपा नेता ने कहा कि फडणवीस मराठाओं को आरक्षण देने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं।
उन्होंने कहा, “शायद जरांगे नहीं चाहते कि मराठाओं को आरक्षण मिले। शायद वह मराठों और अन्य समुदायों के बीच दरार पैदा करना चाहते हैं।”
इससे पहले धाराशिव में राज्य मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने भी जरांगे पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि उन्होंने केवल फडणवीस पर ही निशाना क्यों साधा और पवार के इस सार्वजनिक बयान पर आपत्ति क्यों नहीं जताई कि मराठाओं को आरक्षण नहीं दिया जा सकता।
विखे पाटिल ने कहा, “क्या आप फडणवीस की आलोचना करके आरक्षण हासिल कर लेंगे? फडणवीस ने ही आपको आरक्षण दिया था, जिसे उच्चतम न्यायालय ने रद्द कर दिया। उद्धव ठाकरे और शरद पवार जैसे नेताओं सहित एमवीए सरकार की अक्षमता के कारण यह नुकसान हुआ।”
जरांगे ने जालना जिले के अंकुशनगर में पत्रकारों से कहा, “मराठा समुदाय की ताकत को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए, वरना इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
उन्होंने कहा, “हम बड़ी संख्या में जुलूस के साथ मुंबई पहुंचेंगे। हमें कोई नहीं रोक सकता। हम 29 अगस्त को जीत का जश्न मनाएंगे।”
भाषा जितेंद्र