भारत और चीन के बीच जल्द ही उड़ान सेवाएं फिर से शुरू होने की संभावना
नोमान प्रशांत
- 12 Aug 2025, 11:14 PM
- Updated: 11:14 PM
नयी दिल्ली, 12 अगस्त (भाषा) भारत और चीन के बीच प्रत्यक्ष उड़ान सेवाएं जल्द फिर से शुरू करने को लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत “अग्रिम चरण” में है। मामले से जुड़े लोगों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस महीने के अंत में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन के तिआनजिन शहर जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
भारत और अमेरिका के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने को लेकर उत्पन्न कुछ तनाव के बीच दो एशियाई शक्तियों के बीच उड़ान सेवाएं फिर शुरू करने की दिशा में यह कदम उठाया गया है।
मामले के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि भारत और चीन चार सीमा पार पारगमन बिंदुओं के माध्यम से व्यापार को फिर से शुरू करने के लिए "सकारात्मक दिशा" में आगे बढ़ रहे हैं।
भारत और चीन के बीच सीधी उड़ान सेवाएं 2020 में कोविड-19 महामारी के चलते निलंबित कर दी गई थीं। पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद को देखते हुए यह हवाई संपर्क निलंबित ही रहा।
उपरोक्त सूत्रों के अनुसार, भारतीय और चीनी वार्ताकार उड़ान सेवाओं को पुनः शुरू करने के लिए एक नए हवाई सेवा समझौते को अंतिम रूप देने की दिशा में काम कर रहे हैं।
हालांकि, यदि नया समझौता नहीं हो पाता है, तो दोनों पक्ष मौजूदा हवाई सेवा ढांचे के तहत ही सेवाएं बहाल करने के लिए तैयार हैं।
पिछले कुछ महीनों में, भारत और चीन ने द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए कई कदम उठाए हैं। जून 2020 में दोनों सेनाओं के बीच हुई घातक झड़पों के बाद इन संबंधों में तीव्र गिरावट आ गई थी।
पिछले महीने, भारत ने चीनी नागरिकों को पर्यटक वीजा जारी करने की प्रक्रिया फिर से शुरू करने की घोषणा की थी।
सात वर्षों के अंतराल के बाद मोदी के चीन की यात्रा करने की उम्मीद है।
योजना के मुताबिक, प्रधानमंत्री 29 अगस्त के आसपास जापान की यात्रा पर जाएंगे और यात्रा समाप्त होने के बाद 31 अगस्त और एक सितंबर को तिआनजिन में आयोजित होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन रवाना होंगे।
प्रधानमंत्री की जापान और चीन की इस दो देशों की यात्रा को लेकर अब तक हालांकि आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मोदी ने इससे पहले जून 2018 में एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन की यात्रा की थी। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग अक्टूबर 2019 में दूसरे "अनौपचारिक शिखर सम्मेलन" के लिए भारत आए थे।
भाषा
नोमान