उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में शेयर बाजार लगभग स्थिर बंद, सेंसेक्स 58 अंक चढ़ा
प्रेम अजय
- 14 Aug 2025, 05:22 PM
- Updated: 05:22 PM
मुंबई, 14 अगस्त (भाषा) अमेरिका-रूस वार्ता से पहले निवेशकों के सतर्क रुख अपनाने से बृहस्पतिवार को स्थानीय शेयर बाजार बेहद उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में लगभग स्थिर बंद हुए। सेंसेक्स में 58 अंक और निफ्टी में 12 अंक की मामूली तेजी रही।
बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स दूसरे दिन भी बढ़त बनाए रखते हुए 57.75 अंक यानी 0.07 प्रतिशत चढ़कर 80,597.66 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 211.27 अंक बढ़कर 80,751.18 अंक पर पहुंच गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी 11.95 अंक यानी 0.05 प्रतिशत बढ़कर 24,631.30 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में से इटर्नल, इन्फोसिस, एशियन पेंट्स, एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनसर्व और टाइटन के शेयरों में प्रमुख रूप से तेजी रही।
हालांकि, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में गिरावट का रुख रहा।
इसके साथ ही कारोबारी सप्ताह का समापन छह हफ्तों के बाद बढ़त पर हुआ। सेंसेक्स में इस सप्ताह कुल 739.87 अंक यानी 0.92 प्रतिशत की तेजी रही जबकि निफ्टी 268 अंक यानी 1.10 प्रतिशत की बढ़त पर रहा।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वायदा अनुबंधों की साप्ताहिक समाप्ति के दिन घरेलू शेयर बाजार लगभग स्थिर बंद हुए। अमेरिका-रूस बैठक को लेकर निवेशकों का सतर्क रुख अपनाना इसका प्रमुख कारण रहा।’’
नायर ने कहा, ‘‘हालांकि, अमेरिकी मुद्रास्फीति के नरम आंकड़ों से आईटी एवं दवा कंपनियों के शेयरों में तेजी रही। बैंकों एवं टिकाऊ उपभोक्ता कंपनियों के शेयर भी खपत से वृद्धि की उम्मीद में चढ़कर बंद हुए।’’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच 15 अगस्त को होने वाली बैठक का ऊर्जा बाजारों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। ऐसी चर्चा है कि रूस पर लगे पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों में ढील दी जा सकती है।
इस बीच, एसएंडपी ने लगभग 19 वर्षों के अंतराल के बाद भारत की सरकारी क्रेडिट रेटिंग में सुधार करते हुए स्थिर दृष्टिकोण के साथ 'बीबीबी' कर दिया है।
व्यापक बाजार में बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 0.59 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि मिडकैप में 0.18 प्रतिशत की सुस्ती रही।
क्षेत्रवार सूचकांकों में टिकाऊ उपभोक्ता खंड 0.82 प्रतिशत चढ़ गया जबकि केंद्रित आईटी खंड में 0.45 प्रतिशत, प्रौद्योगिकी खंड में 0.39 प्रतिशत और बैंकेक्स में 0.23 प्रतिशत की तेजी रही।
इसके उलट धातु खंड में सर्वाधिक 1.40 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि तेल एवं गैस खंड में 1.18 प्रतिशत और जिंस खंड में 0.73 प्रतिशत की नरमी रही।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी सकारात्मक दायरे में बंद हुआ, जबकि जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुए।
यूरोप के ज्यादातर बाजार दोपहर के कारोबार में लाभ में थे। अमेरिकी बाजार बुधवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे।
बृहस्पतिवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में थोक मुद्रास्फीति घटकर शून्य से नीचे 0.58 प्रतिशत रही जो दो साल का निचला स्तर है।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.53 प्रतिशत बढ़कर 65.92 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 3,644.43 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 5,623.79 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की।
बुधवार को सेंसेक्स 304.32 अंक चढ़कर 80,539.91 अंक पर और निफ्टी 131.95 अंक बढ़कर 24,619.35 अंक पर बंद हुआ था।
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