सीएआई का अनुमान, 2024-25 के सत्र में कपास उत्पादन 311.40 लाख गांठ रहेगा
राजेश राजेश अजय
- 14 Aug 2025, 07:19 PM
- Updated: 07:19 PM
मुंबई, 14 अगस्त (भाषा) भारतीय कपास संघ (सीएआई) द्वारा बृहस्पतिवार को जारी अनुमान के अनुसार, अधिकांश उत्पादक क्षेत्रों में कम पैदावार के कारण एक अक्टूबर, 2024 से शुरू होने वाले वर्ष 2024-25 सत्र में कपास उत्पादन घटकर 311.40 लाख गांठ रह जाने का अनुमान है। पिछले साल यह 336.45 लाख गांठ रहा था।
उत्तरी क्षेत्र में कुल उत्पादन घटकर 29.55 लाख गांठ और मध्य क्षेत्र में 186.50 लाख गांठ रहने का अनुमान है, जबकि पिछले वर्ष यह क्रमशः 45.62 लाख गांठ और 202.51 लाख गांठ रहा था। कपास की एक गांठ का वजन लगभग 170 किलोग्राम होता है।
हालांकि, सीएआई के आंकड़ों के अनुसार, चालू कपास सत्र में दक्षिणी क्षेत्र में पैदावार थोड़ी बेहतर होकर 89.50 लाख गांठ रहने की उम्मीद है, जबकि पिछले सत्र में यह 82.85 लाख गांठ थी।
जुलाई के अंत तक कुल कपास आपूर्ति 374.43 लाख गांठ रहने का अनुमान है, जिसमें 302.24 लाख गांठ की पेराई, 33 लाख गांठ का आयात और 39.19 लाख गांठ का आरंभिक स्टॉक शामिल है।
जुलाई के अंत में स्टॉक 96.77 लाख गांठ रहने का अनुमान है, जिसमें कपड़ा मिलों के पास 32.50 लाख गांठ और भारतीय कपास निगम, महाराष्ट्र फेडरेशन और अन्य (बहुराष्ट्रीय निगम, व्यापारी, जिनर, निर्यातक, आदि) के पास शेष 64.27 लाख गांठ शामिल हैं। इसमें बेचा गया लेकिन वितरित नहीं किया गया कपास भी शामिल है।
सीएआई ने कपास सत्र 2024-25 के अंत तक अपनी कुल कपास आपूर्ति 389.59 लाख गांठ रहने का अनुमान लगाया है, जबकि पहले इसके 380.59 लाख गांठ रहने का अनुमान लगाया गया था।
कुल कपास आपूर्ति में वर्ष 2024-25 सत्र की शुरुआत में 39.19 लाख गांठ का शुरुआती स्टॉक, सत्र के लिए अनुमानित 311.40 लाख गांठ कपास की प्रेसिंग और सत्र के लिए अनुमानित 39 लाख गांठ आयात शामिल हैं।
हालांकि, सीएआई ने अपने घरेलू खपत अनुमान को पहले के 308 लाख गांठ से बढ़ाकर 314 लाख गांठ कर दिया है।
इसने कहा है कि वर्ष 2024-25 सत्र के लिए निर्यात 18 लाख गांठ रहने का अनुमान है, जबकि वर्ष 2023-24 सत्र में 28.36 लाख गांठ का निर्यात होने का अनुमान है।
भाषा राजेश राजेश