परस्पर सम्मान, साझा हितों के आधार पर अमेरिका के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध: भारत
सुभाष पारुल
- 14 Aug 2025, 10:40 PM
- Updated: 10:40 PM
नयी दिल्ली, 14 अगस्त (भाषा) भारत ने बृहस्पतिवार को उम्मीद जताई कि अमेरिका के साथ उसके संबंध परस्पर सम्मान और साझा हितों के आधार पर आगे बढ़ते रहेंगे।
विदेश मंत्रालय का यह बयान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारतीय वस्तुओं पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ (शुल्क) लगाए जाने के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में आया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यह भी कहा कि भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी, संबंधों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनी हुई है। उन्होंने कहा कि दोनों देश अगस्त में एक महत्वपूर्ण संयुक्त सैन्य अभ्यास करने वाले हैं।
जायसवाल ने कहा, ‘‘हम उस ठोस एजेंडे पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसके लिए हमारे दोनों देशों ने प्रतिबद्धता जताई है और हमें उम्मीद है कि परस्पर सम्मान तथा साझा हितों के आधार पर संबंध आगे बढ़ते रहेंगे।’’
जायसवाल अपनी साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में भारत-अमेरिका संबंधों के भविष्य पर पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका के बीच साझा हितों, लोकतांत्रिक मूल्यों और दोनों देशों के नागरिकों के बीच मजबूत संबंधों पर आधारित एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है।’’
ट्रंप की टैरिफ नीति के कारण भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में कुछ तनाव पैदा हो गया है।
भारत पर 25 प्रतिशत का पारस्परिक टैरिफ लगाने के बाद, ट्रंप ने रूसी कच्चे तेल की निरंतर खरीद को लेकर भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगा दिया।
पिछले कुछ महीनों में, भारत और अमेरिका ने द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए कई दौर की बातचीत की, लेकिन कृषि और डेयरी सहित कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मतभेदों के कारण यह समझौता नहीं हो सका।
जायसवाल ने कहा कि भारत-अमेरिका रक्षा संबंध मजबूत बने हुए हैं।
उन्होंने कहा कि ‘‘बुनियादी रक्षा समझौतों पर आधारित’’ रक्षा साझेदारी, द्विपक्षीय साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। उन्होंने कहा कि यह मजबूत सहयोग सभी क्षेत्रों में प्रगाढ़ हुआ है।
जायसवाल ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि अमेरिकी रक्षा नीति दल अगस्त के मध्य में दिल्ली में होगा। संयुक्त सैन्य अभ्यास 'युद्ध अभ्यास' का 21वां संस्करण भी इसी महीने के अंत में अलास्का में होने की उम्मीद है।’’
उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष महीने के अंत में ‘वर्किंग लेवल’ पर ‘टू प्लस टू’ अंतर-सत्रीय बैठक आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
जायसवाल ने कहा, ‘‘जहां तक रक्षा खरीद का सवाल है, खरीद प्रक्रियाएं स्थापित प्रक्रियाओं के अनुसार जारी हैं।’’
उन्होंने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि भारत ने अमेरिका से सैन्य हार्डवेयर की खरीद रोक दी है।
अमेरिकी विदेश विभाग की वार्षिक मानवाधिकार रिपोर्ट में भारत की आलोचना किए जाने के बारे में पूछे गए एक अलग प्रश्न के उत्तर में, जायसवाल ने कहा कि ऐसी रिपोर्टें ‘‘आरोपों, गलतबयानी और एकतरफा अनुमानों का मिश्रण हैं, जो भारत के लोकतांत्रिक ढांचे, बहुलवादी समाज तथा मानवाधिकारों की रक्षा के लिए मजबूत संस्थागत तंत्र के प्रति कमजोर समझ को दर्शाती हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम ऐसे पक्षपातपूर्ण आकलनों पर भरोसा नहीं करते। हम समावेशी शासन और विकास के माध्यम से अपने लोगों के मानवाधिकारों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
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