प्रधानमंत्री ने ‘मेड इन इंडिया’ सेमीकंडक्टर से लेकर जेट इंजन तक कई घोषणाएं कीं
हक हक नरेश
- 15 Aug 2025, 01:12 PM
- Updated: 01:12 PM
नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से कई प्रमुख घोषणाएं कीं, जिनमें भारत की पहली सेमीकंडक्टर चिप बनाने से लेकर जेट इंजन बनाने और परमाणु ऊर्जा के 10 गुना विस्तार तक की बातें शामिल थीं।
उनकी साहसिक घोषणाओं का लक्ष्य देश को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर अग्रसर करना है।
लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने इस बात का उल्लेख किया कि कैसे 50-60 साल पहले सेमीकंडक्टर कारखाने स्थापित करने के प्रयासों को ‘‘शुरुआत में ही मार दिया गया’’ जबकि अन्य देश इसी माध्यम से समृद्ध हुए।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत अब मिशन मोड में है। इस साल के अंत तक, देश अपनी पहली ‘मेड इन इंडिया चिप’ शुरू करेगा।’’
उन्होंने कहा कि भारत की परमाणु ऊर्जा क्षमता 2047 तक 10 गुना बढ़ने वाली है।
मोदी ने कहा कि अगले दो दशकों में परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता को 10 गुना से ज़्यादा बढ़ाने के मिशन के तहत 10 नए परमाणु रिएक्टर बनाने पर काम चल रहा है।
प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिकों और युवाओं को ‘‘मेड इन इंडिया’’ लड़ाकू विमानों के लिए देश के अपने जेट इंजन विकसित करने की चुनौती भी दी।
उन्होंने कहा, ‘‘आज मेरा लाल किले की प्राचीर से देश के युवा वैज्ञानिकों, मेरे प्रतिभावान युवाओं , मेरे इंजीनियरों और प्रोफेशनल्स और सरकार के हर विभाग को आह्वान है, क्या ‘मेड इन इंडिया’ लड़ाकू विमान के लिए जेट इंजन हमारा अपना होना चाहिए कि नहीं ?’’
प्रधानमंत्री ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में बड़े सुधारों की भी घोषणा की और नागरिकों के लिए दिवाली पर उपहार देने का वादा किया।
उन्होंने कहा, ‘‘इस दिवाली में एक बहुत बड़ा तोहफा देशवासियों को मिलने वाला है। पिछले आठ साल से हमने जीएसटी का बहुत बड़ा रिफॉर्म किया, पूरे देश में टैक्स के बर्डन को कम किया, टैक्स की व्यवस्थाओं को सरल किया और आठ साल के बाद समय की मांग है, कि हम एक बार इसको रिव्यू करें, हमने हाई पावर कमेटी को बिठाकर के रिव्यू शुरू किया, राज्यों से भी विचार विमर्श किया।’’
मोदी ने आर्थिक विकास में तेजी लाने, लालफीताशाही को कम करने, शासन को आधुनिक बनाने और 2047 तक 10 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था की मांगों के लिए भारत को तैयार करने के लिए अगली पीढ़ी के सुधारों को आगे बढ़ाने के मकसद से एक समर्पित सुधार कार्य बल के गठन की भी घोषणा की।
उन्होंने एक लाख करोड़ रुपये की एक रोजगार योजना शुरू करने की भी घोषणा की, जिसके तहत नया रोजगार पाने वाले युवाओं को 15,000 रुपये की एकमुश्त राशि मिलेगी।
इस योजना का उद्देश्य तीन करोड़ से अधिक युवाओं को लाभान्वित करना है, जिससे ‘स्वतंत्र भारत से समृद्ध भारत’ तक का सेतु मज़बूत होगा।
मोदी ने सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसपैठ और अवैध प्रवास के कारण जनसांख्यिकीय असंतुलन के खतरों पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने इस राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए एक उच्चस्तरीय जनसांख्यिकी मिशन शुरू करने की घोषणा की, जिससे देश की एकता और अखंडता और उसके नागरिकों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित हो सके।
ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के प्रयास के तहत प्रधानमंत्री ने सौर, हाइड्रोजन, जलविद्युत और परमाणु ऊर्जा में बड़े विस्तार के साथ-साथ समुद्री संसाधनों का दोहन करने के लिए समुद्री अन्वेषण मिशन की घोषणा की।
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