वायु रक्षा प्रणाली मजबूत करने के लिए मोदी ने मिशन सुदर्शन चक्र की घोषणा की
वैभव नरेश
- 15 Aug 2025, 01:24 PM
- Updated: 01:24 PM
नयी दिल्ली, 15 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की सुरक्षा का संकल्प जताते हुए शुक्रवार को वायु रक्षा प्रणाली मिशन ‘सुदर्शन चक्र’ की घोषणा की।
मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में सैन्य मंचों के लिए विदेशी प्रौद्योगिकियों पर निर्भरता कम करने के देश के संकल्प की ओर इशारा करते हुए भारत के लड़ाकू विमानों के लिए देश के अंदर ही जेट इंजन के विकास की जरूरत बताई।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अब देश सुदर्शन चक्र मिशन शुरू करेगा। यह मिशन सुदर्शन चक्र एक शक्तिशाली शस्त्र प्रणाली होगी जो दुश्मन के हमले को तो नेस्तानाबूद करेगी ही, बल्कि दुश्मन पर कई गुना ज्यादा मजबूती से पलटवार करेगी।’’
उन्होंने ‘सुदर्शन चक्र’ वायु रक्षा प्रणाली के बारे में विस्तार से नहीं बताया, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह इजराइल की आयरन डोम सर्वकालिक वायु रक्षा प्रणाली की तर्ज पर हो सकती है जिसे बहुत प्रभावशाली सैन्य कवच माना जाता है।
प्रधानमंत्री ने यह घोषणा ऐसे समय में की है जब कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच भविष्य में किसी तरह के सैन्य संघर्ष की स्थिति में कथित तौर पर सीमा पर स्थित भारतीय प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का संकेत दिया था जिनमें गुजरात में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की जामनगर रिफाइनरी शामिल है।
मोदी ने महाभारत में भगवान श्री कृष्ण के सुदर्शन चक्र का उल्लेख करते हुए कहा कि उससे प्रेरणा पाकर हमने उसकी राह को चुना है।
उन्होंने कहा कि यह मिशन रणनीतिक स्वायत्तता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘साथियों, मैंने एक संकल्प लिया है। मुझे आपका आशीर्वाद चाहिए, कोटि-कोटि देशवासियों का आशीर्वाद चाहिए, क्योंकि समृद्धि कितनी ही क्यों ना हो, अगर सुरक्षा के प्रति उदासीनता बरतते हैं, तो समृद्धि भी किसी काम की नहीं रहती है और इसलिए सुरक्षा का महात्मय बहुत बड़ा है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘इसलिए मैं आज लाल किले की प्राचीर से कह रहा हूं, आने वाले 10 साल में, 2035 तक राष्ट्र के सभी महत्वपूर्ण स्थलों, जिनमें सामरिक के साथ-साथ असैन्य क्षेत्र भी शामिल हैं, जैसे अस्पताल हो, रेलवे हो, जो भी आस्था के केंद्र हो, उन्हें टेक्नोलॉजी के नए प्लेटफॉर्म द्वारा पूरी तरह सुरक्षा का कवच दिया जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह सुरक्षा का कवच लगातार विस्तार लेता जाए, देश का हर नागरिक सुरक्षित महसूस करे, और हमारी प्रौद्योगिकी किसी भी अन्य देश की तकनीक से बेहतर सिद्ध हो, इसलिए आने वाले 10 साल, 2035 तक मैं यह राष्ट्रीय सुरक्षा कवच का विस्तार करना चाहता हूं, मजबूती देना चाहता हूं, आधुनिक बनाना चाहता हूं।’’
उन्होंने मिशन सुदर्शन चक्र के संदर्भ में कहा,‘‘यह पूरी तरह आधुनिक प्रणाली होगी, इसके लिए अनुसंधान, विकास, उसका विनिर्माण हमारे देश में ही हो, हमारे देश के नौजवानों की प्रतिभा से हो, हमारे देश के लोगों के द्वारा बनी हो।’’
भाषा वैभव