पीओके और पाकिस्तान में भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं 32 लोगों की मौत
राखी माधव
- 15 Aug 2025, 05:15 PM
- Updated: 05:15 PM
पेशावर/ इस्लामाबाद, 15 अगस्त (भाषा) पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के विभिन्न हिस्सों में बीते 24 घंटे के दौरान हुई भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई और कई लोग लापता हो गए। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
बचाव अधिकारियों के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के लोअर दीर, बाजौर और एबटाबाद सहित कई जिलों में बृहस्पतिवार रात मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए।
लोअर दीर के मैदानी इलाके सोरी पाओ में एक मकान की छत गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई और महिलाओं व बच्चों समेत चार अन्य घायल हो गए। बचावकर्मियों ने मलबे से सात लोगों को निकाला जिनमें से पांच को मृत घोषित कर दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण पंजकोरा नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है।
बाजौर जिले में, जबरारी और सालारजई इलाकों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से व्यापक तबाही हुई।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अब तक नौ शव को बरामद किया गया और चार घायलों को निकाला गया हैं, जबकि कम से कम 17 अन्य लापता बताए जा रहे हैं।
जबरारी गांव में बादल फटने से भीषण बाढ़ आ गई, जिससे कई लोग घायल हो गए। बचाव दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे, पांच शव बरामद किए और घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद स्थानीय अस्पताल पहुंचाया।
बाजौर के जिला आपातकालीन अधिकारी अमजद खान बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उपायुक्त शाहिद अली ने पुष्टि की है कि सालारजई की घटना में नौ लोग मारे गए हैं और दो गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को खार अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
मानसहरा में काघान राजमार्ग पर बास्यान प्वाइंट पर एक कार तेज बहाव में बह गई, जिससे दो लोगों की मौत हो गई और एक घायल हो गया, जबकि तीन लोगों को बचा लिया गया।
मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संसाधनों के इस्तेमाल का निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि पीओके के गिलगित-बाल्टिस्तान में घिजर जिले में बाढ़ से आठ लोगों की मौत हो गई और दो अन्य लापता हो गए। इस दौरान दर्जनभर से अधिक मकान, कई वाहन, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र क्षतिग्रस्त हो गए तथा कराकोरम राजमार्ग और बाल्टिस्तान राजमार्ग कई स्थानों पर बंद हो गए।
पूर्वोत्तर के नीलम घाटी में भी बड़े पैमाने पर जनजीवन प्रभावित हुआ, जहां पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
बाढ़ में लावत नाले पर बने दो पुल बह गए, जबकि जगंर नाले में उफान से कुंडल शाही में एक पुल को ध्वस्त हो गया। क्षेत्र में एक दर्शनीय रेस्टोरेंट और कम से कम तीन मकान भी बह गए।
झेलम घाटी में पलहोत इलाके में बादल फटने से आई बाढ़ ने सड़क को भारी नुकसान पहुंचाया और दर्जनों वाहन फंस गए।
पीओके के मुजफ्फराबाद जिले के सारली साचा गांव में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिससे एक ही परिवार के छह सदस्य मलबे में दब गए और उनके मारे जाने की आशंका है। सुधनोटी जिले में एक 26 वर्षीय युवक नाले में बह गया, जबकि बाग जिले में एक 57 वर्षीय महिला की घर गिरने से मौत हो गई।
भाषा राखी