राजन्ना ने कर्नाटक की मौजूदा सरकार के कार्यकाल में मंत्री के रूप में वापसी करने का विश्वास जताया
देवेंद्र माधव
- 15 Aug 2025, 08:50 PM
- Updated: 08:50 PM
तुमकुरु (कर्नाटक), 15 अगस्त (भाषा) कर्नाटक में सिद्धरमैया के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल से हाल में बर्खास्त किए गए के एन राजन्ना ने मौजूदा सरकार के कार्यकाल में मंत्री के रूप में वापसी करने का शुक्रवार को विश्वास जताया।
राजन्ना ने कहा कि वह विधानसभा सत्र के बाद नयी दिल्ली जाकर पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिलेंगे और अपनी बर्खास्तगी के सही कारणों का पता लगाएंगे।
कांग्रेस आलाकमान के निर्देश के बाद सहकारिता मंत्री राजन्ना को सोमवार को मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था।
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘‘वोट चोरी’’ के आरोपों पर उन्होंने हाल में कुछ टिप्पणी की थी।
उन्होंने कहा था कि कर्नाटक में चुनावों के लिए मतदाता सूचियां कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में तैयार की गई थीं। उन्होंने अपनी ही पार्टी से सवाल किया था कि उन्होंने तब अनियमितताओं को क्यों नहीं रोका।
राजन्ना ने एक सवाल के जवाब में पूछा, ‘‘इस सरकार के कार्यकाल में समय आने पर मैं मंत्री पद ग्रहण करूंगा। आपको इसमें कोई संदेह क्यों है?’’
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अब तक जीवन में जो कुछ भी चाहा, वह सब हासिल कर लिया है। मैं इसी कार्यकाल में यह (मंत्री पद) भी हासिल कर लूंगा।’’
एक सवाल के जवाब में राजन्ना ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि आलाकमान को इस पर यकीन हो जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में कुछ लोग हो सकते हैं जो (मेरे खिलाफ) सुनियोजित तरीके से काम कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि मुझे किसी को (राजनीतिक रूप से) सुनियोजित तरीके से खत्म करना नहीं आता। यह हुनर तो मैं भी जानता हूं, लेकिन इसमें समय क्यों बर्बाद करूं? यही समय जनता की भलाई के लिए भी तो इस्तेमाल किया जा सकता है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी बर्खास्तगी के पीछे कोई अदृश्य ताकत है, उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘बिना अदृश्य हाथों के, अचानक निर्णय कैसे आ सकता है? खुद मुख्यमंत्री को भी नहीं पता था कि आलाकमान इस बारे में सोच रहा है। अपने घर से विधानसभा जाते हुए, मुख्यमंत्री कुछ देर अकेले में किसी से फोन पर बात करते देखे गए। कुछ चैनलों ने वीडियो दिखाए। मामला वही था (बर्खास्तगी)। मुख्यमंत्री को तब पता चला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सिद्धरमैया ने आलाकमान को समझाने की कोशिश की थी, लेकिन जब उन्होंने कहा कि फैसला हो चुका है, तो मुख्यमंत्री ने मुझे स्थिति के बारे में बताया। मैंने कहा ठीक है...।’’
राजन्ना ने कहा कि उन्हें अभी भी अपनी बर्खास्तगी का सही कारण पता नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद मैं दिल्ली जाऊंगा और वहां के नेताओं से मिलकर कारण जानने की कोशिश करूंगा। मुझे मंत्री पद जाने का कोई दुख नहीं है... राजनीति में ऐसे उतार-चढ़ाव मेरे लिए कोई नयी बात नहीं है। जब तक जनता का समर्थन नहीं मिलता, मैं इसका सामना करूंगा।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके बयान उनके लिए महंगे साबित हुए, राजन्ना ने कहा, ‘‘मैंने कौन सा बयान किसी के बारे में खराब दिया है? हो सकता है मैंने कुछ सच कहा हो। मैं दिल्ली जाकर कारण जानने की कोशिश करूंगा। देखूंगा कि वे क्या कहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हो सकता है किसी ने मेरे बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश करने की शिकायत आलाकमान से की हो। ऐसी बातें तो होंगी ही। जानने की कोशिश करूंगा...।’’
बी. श्रीरामुलु जैसे भाजपा नेताओं द्वारा उन्हें अपनी पार्टी में आमंत्रित किए जाने के बारे में पूछे जाने पर राजन्ना ने कहा, ‘‘हो सकता है कि उन्होंने मेरे प्रति सद्भावना से ऐसा कहा हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘केवल इसलिए कि उन्होंने मुझे बुलाया है, क्या मैं जा सकता हूं? मुझे क्यों जाना चाहिए? कांग्रेस ने मुझे सब कुछ दिया है। राजनीति में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं...।’’
वर्ष 2023 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद राजन्ना सिद्धरमैया मंत्रिमंडल से बाहर होने वाले दूसरे मंत्री हैं।
पिछले साल, कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम में गबन के आरोपों के बाद बेल्लारी के विधायक बी नागेंद्र को इस्तीफा देना पड़ा था।
भाषा
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