पुतिन से मुलाकात के दिन ट्रंप ने भारत-पाक विवाद सुलझाने का फिर किया दावा
शोभना नेत्रपाल
- 16 Aug 2025, 01:09 PM
- Updated: 01:09 PM
(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क, 16 अगस्त (भाषा) रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शुक्रवार को शिखर सम्मेलन वाले दिन यानी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार अपने उस दावे को दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाया था। ट्रंप ने साथ ही भारत द्वारा रूसी तेल खरीदे जाने पर भी टिप्पणी की।
ट्रंप के दावे के ठीक विपरीत भारत का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य स्तर की बातचीत के बाद सैन्य संघर्ष रोका गया गया था और इसमें अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी।
ट्रंप ने शुक्रवार को अलास्का के एंकोरेज में पुतिन के साथ शिखर बैठक समाप्त होने के कुछ घंटों के पश्चात ‘फॉक्स न्यूज’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैंने पांच युद्धों को समाप्त कराने के लिए बातचीत की और वे युद्ध कठिन थे। भारत, पाकिस्तान...।’’
पुतिन और ट्रंप के बीच रूस-यूक्रेन संघर्ष रोकने को लेकर हुई बैठक बिना किसी सहमति के समाप्त हो गई।
साक्षात्कार में ट्रंप ने पुनः भारत और पाकिस्तान के साथ-साथ कांगो और रवांडा, थाईलैंड और कंबोडिया, तथा आर्मेनिया और अजरबैजान सहित अन्य देशों के बीच संघर्ष को सुलझाने की बात कही।
ट्रंप ने कहा, ‘‘भारत को देखिए। भारत और पाकिस्तान को देखिए। वे हवाई जहाज गिरा रहे थे और शायद यह परमाणु हथियार तक पहुंचता....।’’
उन्होंने कहा कि युद्ध ‘‘बहुत खराब’’ होते हैं। ट्रंप ने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि उनके पास ‘‘इन्हें खत्म कराने, लोगों को साथ लाने’’ की क्षमता है और इसके लिए वह अमेरिका की ताकत का इस्तेमाल करते हैं।
यह पूछे जाने पर कि वह विवादों को कैसे सुलझाते हैं, जैसे भारत और पाकिस्तान के बीच, ट्रंप ने कहा कि वह ऐसा व्यापार के माध्यम से करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सभी देशों के साथ व्यापार करता हूं और जब मैं उनसे फोन पर बात करता हूं तो वे कहते हैं कि आप जानते हैं युद्ध हो रहा है और यदि हम उनमें से एक या दोनों के साथ व्यापार कर रहे हैं तो मैं कहता हूं कि जब तक आप शांति स्थापित नहीं करते, हम कोई सौदा नहीं करेंगे।’’
शिखर बैठक के लिए अलास्का जाते समय एयर फोर्स वन विमान में फॉक्स न्यूज को दिए एक अन्य साक्षात्कार में ट्रंप ने भारत पर लगाए गए शुल्क के बारे में बात की।
ट्रंप ने कहा, ‘‘देखें उन्होंने (पुतिन ने) एक तेल ग्राहक खो दिया है, यानी भारत जो लगभग 40 प्रतिशत तेल का आयात कर रहा था। जैसा कि आप जानते हैं, चीन बहुत कुछ कर रहा है... और अगर मैंने द्वितीयक प्रतिबंध या द्वितीयक शुल्क लगाया तो यह उनके दृष्टिकोण से बहुत विनाशकारी होगा। अगर मुझे ऐसा करना पड़ा, तो मैं करूंगा। ये भी हो सकता है कि मुझे ऐसा करना ही न पड़े।’’
भाषा शोभना