कजाकिस्तान में एशियाई चैंपियनशिप के लिए शीर्ष भारतीय निशानेबाज तैयार
आनन्द नमिता
- 16 Aug 2025, 07:05 PM
- Updated: 07:05 PM
नयी दिल्ली, 16 अगस्त (भाषा) दो बार की ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर, सिफत कौर सामरा, अर्जुन बबूता और सौरभ चौधरी सहित शीर्ष निशानेबाज कजाकिस्तान के शिमकेंट में सोमवार से शुरू हो रही एशियाई चैंपियनशिप (राइफल/पिस्टल/शॉटगन) में महाद्वीपीय खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे। इस टूर्नामेंट में भारत का 182 सदस्यीय बड़ा दल भाग ले रहा है।
भारत इस टूर्नामेंट में अब तक का सबसे बड़ा दल भेज रहा है, जिसमें सीनियर, जूनियर और युवा श्रेणियों में प्रतियोगिताएं होंगी। विभिन्न श्रेणियों में 58 स्पर्धाओं (46 व्यक्तिगत और 12 मिश्रित टीम) में पदक दांव पर होंगे।
पिछले सत्र में चांगवोन में भारत ने कुल 59 पदक (21 स्वर्ण, 22 रजत और 16 कांस्य) जीते थे जिसमें सीनियर स्तर पर 19 पदक शामिल थे।
भारत सीनियर स्तर के 19 पदकों में से छह स्वर्ण, आठ रजत और पांच कांस्य पदक हासिल कर वह तीसरे स्थान पर रहा। इस सूची में चीन 14 स्वर्ण (कुल 33 पदक) के साथ शीर्ष पर रहा और उसके बाद नौ स्वर्ण (कुल 24 पदक) के साथ मेजबान दक्षिण कोरिया रहा।
भारत का एकमात्र व्यक्तिगत स्वर्ण पदक 50 मीटर राइफल थ्री-पोजीशन स्पर्धा में ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने जीता था। इसके अलावा सभी स्वर्ण पदक टीम और मिश्रित टीम स्पर्धाओं में मिले थे।
पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और मिश्रित टीम में कांस्य पदक जीतकर शानदार सफलता हासिल करने वाली मनु इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के पिछले सत्र में 25 मीटर पिस्टल में टीम रजत के साथ वापसी के बाद स्वर्ण पदक जीतने के लिए उत्सुक होंगी।
भारत के पास पूर्व विश्व चैंपियन रुद्रांक्ष पाटिल और ओलंपिक निशानेबात अर्जुन बबूता जैसे दो अनुभवी 10 मीटर एयर राइफल निशानेबाज और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाज सौरभ चौधरी भी हैं, जो वापसी की राह पर हैं।
ओलंपियन अनीश भानवाला 25 मीटर रैपिड-फायर पिस्टल में मोर्चा संभालेंगे जबकि मनु 10 मीटर एयर पिस्टल और 25 मीटर पिस्टल में पदक के लिए मुकाबला करेंगी।
चीन और कोरियाई निशानेबाजों के अलावा भारत को मेजबान कजाकिस्तान से भी चुनौती मिलेगी। कजाकिस्तान के 111 निशानेबाजों के बाद भारत के बाद दूसरा सबसे बड़ा दल मैदान में उतार रहा है जबकि कोरिया (70), चीन (41), ईरान (29), चीनी ताइपे (24) और वियतनाम (20) ने भी मजबूत टीमें उतारी हैं।
भाषा आनन्द