फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने मोदी से फोन पर बातचीत की; यूक्रेन, प. एशिया में जारी संघर्ष पर चर्चा की
पारुल सुरेश
- 21 Aug 2025, 11:39 PM
- Updated: 11:39 PM
नयी दिल्ली, 21 अगस्त (भाषा) फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बात की। इस दौरान, दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान तलाशने के लिए जारी प्रयासों पर चर्चा की।
मैक्रों उन यूरोपीय नेताओं में शामिल हैं, जो यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की इस हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई बातचीत के दौरान उनके साथ थे।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति रूस के साथ युद्ध समाप्त करने के लिए समझौता होने की स्थिति में यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के यूरोपीय प्रयासों में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मेरे मित्र राष्ट्रपति मैक्रों के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई। यूक्रेन और पश्चिम एशिया में जारी संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान से जुड़े प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की हमारी प्रतिबद्धता दोहराई।”
फोन फ्रांसीसी पक्ष की ओर से किया गया था।
मैक्रों ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “मोदी ने यूक्रेन में युद्ध पर हमारी स्थिति का समर्थन किया, ताकि यूक्रेन और यूरोप की सुरक्षा के लिए मजबूत गारंटी के साथ न्यायपूर्ण एवं स्थायी शांति की ओर बढ़ा जा सके।”
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि दोनों नेताओं ने यूक्रेन और पश्चिम एशिया में जारी संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए जारी प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
पीएमओ ने एक बयान में कहा, “राष्ट्रपति मैक्रों ने वाशिंगटन में यूरोप, अमेरिका और यूक्रेन के नेताओं के बीच हाल ही में हुई बैठकों का आकलन साझा किया। उन्होंने गाजा की स्थिति पर भी अपने विचार साझा किए।”
बयान में कहा गया है कि मोदी ने संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए भारत के निरंतर समर्थन को भी दोहराया।
इसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा, असैन्य परमाणु सहयोग, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा भी की।
बयान के मुताबिक, “उन्होंने भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने और 2026 को उचित तरीके से ‘नवाचार वर्ष’ के रूप में चिह्नित करने की संयुक्त प्रतिबद्धता की पुष्टि की।”
इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति मैक्रों ने भारत और यूरोपीय संघ के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते को जल्द पूरा करने के लिए भी समर्थन जताया।
मैक्रों ने कहा कि दोनों पक्ष सभी क्षेत्रों में आर्थिक आदान-प्रदान और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर सहमत हुए हैं, क्योंकि यह “हमारी संप्रभुता और स्वतंत्रता के लिए अहम” है।
उन्होंने कहा, “फरवरी में पेरिस में आयोजित एआई एक्शन समिट के बाद हम 2026 में नयी दिल्ली में आयोजित होने वाले एआई इंपैक्ट समिट को सफल बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।”
मैक्रों ने कहा, “अधिक प्रभावी बहुपक्षवाद के लिए हमने 2026 में फ्रांस की जी7 अध्यक्षता और भारत की ब्रिक्स अध्यक्षता की तैयारी के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई है।”
भाषा पारुल