हमारी चलने की शैली, भाव-भंगिमाएं उंगलियों के निशान जितनी अनोखी हो सकती हैं

हमारी चलने की शैली, भाव-भंगिमाएं उंगलियों के निशान जितनी अनोखी हो सकती हैं