दिल्ली में कार से कुचलने से व्यक्ति की मौत, पुलिस ने 16 वर्षीय लड़के को पकड़ा
अमित माधव
- 27 Aug 2025, 08:22 PM
- Updated: 08:22 PM
नयी दिल्ली, 27 अगस्त (भाषा) दिल्ली के समयपुर बादली में 16 वर्षीय एक लड़के को एक कारखाना कर्मचारी को कार से कथित तौर पर कुचलने और उसे काफी दूर तक घसीटने के आरोप में पकड़ा गया गया है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
प्रारंभिक जांच और सीसीटीवी से पता चला है कि पीड़ित शनिवार शाम कार के अगले हिस्से के नीचे आ गया था और लगभग 600 मीटर तक घसीटा गया। बाद में व्यक्ति को एनडीपीएल कार्यालय के द्वार संख्या 5 के पास छोड़ दिया गया।
अधिकारी ने कहा, ‘‘कुछ पल रुकने के बावजूद, चालक ने यह जानते हुए गाड़ी को आगे बढ़ाने का फैसला किया कि घायल व्यक्ति कार के नीचे फंसा हुआ है।’’ उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में गैर इरादतन हत्या का एक मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, 23 अगस्त की शाम लगभग सात बजे समयपुर बादली पुलिस थाने में एक पीसीआर कॉल आई जिसमें बताया गया कि एक व्यक्ति सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया है।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) वी हरेश्वर स्वामी ने बताया कि जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची, तो पुलिसकर्मियों ने सुजीत मंडल (32) को बेहोश पड़ा पाया और उसे चोटें आयी थीं। उन्होंने बताया कि बाद में उसे बुराड़ी अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि मंडल एक पीवीसी पाइप कारखाने में काम करता था और बादली औद्योगिक क्षेत्र के राजा विहार में रहता था था। डीसीपी ने बताया कि उसकी पहचान उसके एक रिश्तेदार जितेश ने की।
पुलिस के अनुसार कारखाने और आसपास के इलाकों से सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने के बाद पुलिस ने कार का पता मंडोली इलाके के एक घर में लगाया।
डीसीपी ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि चालक 11वीं कक्षा का छात्र है। उन्होंने बताया कि लड़के की बहन के नाम पर पंजीकृत वाहन को जब्त कर लिया गया है। डीसीपी ने बताया कि नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया और उसे 14 दिन के लिए सुधार गृह भेज दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि लड़का शुरुआत में कार की मरम्मत के लिए एक मैकेनिक के पास गया था। अधिकारी ने कहा, "पहले गाड़ी मैकेनिक चला रहा था, लेकिन बाद में नाबालिग ने गाड़ी चलायी। थोड़ी दूर कार चलाने के बाद, उसने मंडल को टक्कर मार दी। उसके माता-पिता भी मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों के तहत जिम्मेदार ठहराए जाएंगे।’’
मंडल के रिश्तेदार जितेश ने नाबालिग के लिए कड़ी सजा की मांग की और आरोप लगाया कि लड़के की हरकतें अमानवीय थीं। जितेश ने कहा, ‘‘उस लड़के के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, जिसने जानबूझकर सुजीत मंडल को अपनी गाड़ी के नीचे घसीटा और मरने के लिए छोड़ दिया। हम जानते हैं कि उसे पकड़ लिया गया है, लेकिन न्याय शीघ्र होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि परिवार बिखर गया है क्योंकि सुजीत मंडल ही घर का इकलौता कमाने वाले थे। उन्होंने कहा, "सुजीत मंडल कारखाने में मेहनत करके अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। उनके साथ जो हुआ, वह अकल्पनीय है।’’
भाषा अमित