भाजपा नेताओं के बयानों से उत्तराखंड की धामी सरकार असहज स्थिति में
दीप्ति नोमान
- 31 Aug 2025, 09:29 PM
- Updated: 09:29 PM
देहरादून, 31 अगस्त (भाषा) उत्तराखंड में इस मानसून सीज़न के दौरान लगातार प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रही पुष्कर सिंह धामी सरकार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं के तीखे बयानों का भी सामना करना पड़ रहा है, जिससे उसकी स्थिति और अधिक असहज हो गई है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के इस दावे का खंडन किया है कि उनके (हरक के) कहने पर भाजपा को खनन कारोबारियों से एक करोड़ रुपये सहित कुल 30 करोड़ रुपये का चंदा मिला था।
हरक सिंह रावत पहले भाजपा में थे और 2017 में त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में मंत्री थे।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरक के दावे का खंडन करते हुए कहा कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए पार्टी को 27 करोड़ रुपये का चंदा चेक के माध्यम से मिला था ।
हरिद्वार से लोकसभा सदस्य त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल में संवाददाता सम्मेलन में सरकार को आगाह किया कि प्रदेश में किसी भी तरह से भाजपा की छवि को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए और सामने आ रहे कई मामलों में गंभीरता से विचार करके उसमें सुधार करना चाहिए ।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ मामलों में पुलिस ने आठ महीनों बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की है।
वर्ष 2008-09 में भुवन चंद खंडूरी द्वारा मुख्यमंत्री पद छोड़े जाने से पहले चलाई गयी मुहिम की अगुवाई करने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश की जनता ने भाजपा को 47 विधायक और पांच सांसद जिताकर दिए हैं और हर हाल में जनता का भरोसा बरकरार रखा जाना चाहिए।
रावत के इस बयान से जाहिर तौर पर सोशल मीडिया पर उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की अफवाहें भी फैल गयीं ।
करीब पांच माह पहले भी त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड में बेरोकटोक अवैध खनन का मामला संसद में उठाकर धामी सरकार को असहज स्थिति में डाल चुके हैं।
उत्तराखंड पुलिस ने शनिवार रात एक बयान जारी कर कहा कि इस समय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश में आ रही प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में व्यस्त हैं और इनके बीच मुख्यमंत्री बदलने संबंधी अफवाहें फैलाने वालों के विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।
पुलिस ने देहरादून भाजपा जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल की इस संबंध में दी गयी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए फेसबुक पर तीन पेज के संचालकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।
मीडिया में त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान आने के बाद भाजपा के एक और वरिष्ठ नेता तथा प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने भी पिथौरागढ़ जिले में मंत्रिस्तरीय पदों पर 'अक्षम राजनीतिक नेताओं' की नियुक्ति किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री धामी की आलोचना की है ।
पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट से भाजपा विधायक चुफाल ने दावा किया कि ये राजनीतिक नेता उनके द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्र में कराए जा रहे विकास कार्यों में अडंगा लगा रहे हैं ।
इस बारे में संपर्क किए जाने पर चुफाल ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि उन्होंने अपनी बात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के सामने रख दी है ।
उधमसिंह नगर जिले के गदरपुर से एक और भाजपा विधायक अरविंद पाण्डेय ने भी दावा किया कि उनके क्षेत्र में माफिया नदियों से अनियंत्रित खनन कर रहे हैं जिससे निचले इलाकों के बाढ़ में डूबने का खतरा उत्पन्न हो गया है ।
इस बारे में भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि पार्टी विधायकों द्वारा सार्वजनिक रूप से की गयी बयानबाजी का पार्टी ने संज्ञान लिया है और उनकी इस बारे में उन सभी लोगों से बातचीत भी हुई है ।
उन्होंने कहा, “भाजपा में उचित मंच पर अपनी बात रखने का अधिकार सभी को दिया गया है । हर विधायक की अपनी चिंताएं होती हैं लेकिन वे उसके लिए सीधे मुख्यमंत्री से बात कर सकते हैं या प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते मुझसे कह सकते हैं ।”
भट्ट ने कहा कि उन्होंने सारे विषय का संज्ञान लिया है और आगे के लिए सभी को कहा है कि अपनी बात केवल उचित मंच पर रखें और ऐसा कुछ न करें जिससे सरकार असमंजस में पड़े ।
उन्होंने कहा, “आखिर मुख्यमंत्री भी पार्टी के हैं और विधायक भी।”
भाषा दीप्ति