पंजाब के राज्यपाल कटारिया और मुख्यमंत्री मान ने बाढ़ प्रभावित फिरोजपुर का दौरा किया
धीरज अविनाश
- 02 Sep 2025, 08:10 PM
- Updated: 08:10 PM
चंडीगढ़, दो सितंबर (भाषा) पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित फिरोजपुर का दौरा किया और राहत एवं पुनर्वास कार्य का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री मान ने मंगलवार को एक बार फिर केंद्र से पंजाब के 60,000 करोड़ रुपये के ‘बकाया’ कोष जारी करने की मांग करते हुए कहा कि वह क्षेत्र में बाढ़ के मद्देनजर राज्य के ‘‘अधिकारों’’ की मांग कर रहे हैं, न कि इसके लिए ‘भीख’ मांग रहे हैं।
पंजाब 1988 के बाद सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि विनाशकारी बाढ़ में अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है और 2.56 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद सतलुज, व्यास और रावी नदियों तथा बरसाती नालों में उफान के कारण राज्य के बड़े हिस्से में बाढ़ आ गई है।
गुरदासपुर, पठानकोट, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर सहित कुल 12 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
राज्यपाल ने मंगलवार को सीमावर्ती जिले फिरोजपुर में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की।
राज्यपाल कटारिया ने बाढ़ प्रभावित जिलों के अपने दौरे की शुरुआत फिरोजपुर से की। उन्होंने प्रभावित परिवारों के लिए जारी राहत एवं पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समयबद्ध सहायता और प्रभावी समन्वय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बैठक में फिरोजपुर की उपायुक्त दीपशिखा शर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भूपिंदर सिंह भी मौजूद रहे।
अधिकारियों के अनुसार, राज्यपाल कटारिया मंगलवार को ही बाद में तरनतारन का दौरा करेंगे। वह बुधवार को अमृतसर, गुरदासपुर और पठानकोट तथा इसके अगले दिन होशियारपुर और श्री आनंदपुर साहिब का दौरा करेंगे।
कटारिया ने फिरोजपुर दौरे के दौरान बारे गांव में स्थापित राहत शिविर में रह रहे प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं।
उन्होंने हुसैनीवाला हेड वर्क्स और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) चौकी का भी निरीक्षण किया और बाद में हुसैनीवाला युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
फिरोजपुर जिले में बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करते हुए भावुक मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट के समय पंजाब हमेशा देश के साथ खड़ा रहा है और उम्मीद है कि अब देश भी उनके साथ खड़ा होगा।
उन्होंने दावा किया कि जीएसटी लागू होने से राज्य को 50,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और केंद्र के ग्रामीण विकास कोष से 8,000 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है। मान ने फिरोजपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर वे (केंद्र) दे दें, तो हम काम चला लेंगे।’’
मान ने कहा, ‘‘जब भी देश को किसी संकट का सामना करना पड़ा, पंजाब हमेशा उसके साथ खड़ा रहा - चाहे वह हरित क्रांति हो या आजादी की लड़ाई। हमने अधिकतम बलिदान दिए हैं। आज पंजाब संकट में है, और मुझे उम्मीद है कि देश उसके साथ खड़ा होगा।’’
मुख्यमंत्री ने केंद्र से 60,000 करोड़ रुपये जारी करने की मांग करते हुए कहा, ‘‘मैं (राज्य के) अधिकारों की मांग कर रहा हूं। मैं केंद्र से भीख नहीं मांग रहा हूं।’’
उन्होंने राहत और बचाव कार्यों में सेना के योगदान की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेना ने राहत और बचाव कार्यों में 20 हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं।
एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए मान ने कहा कि भाखड़ा, पौंग और रणजीत सागर बांध सुरक्षित हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपनी बातचीत के बारे में कहा, ‘‘उन्होंने स्थिति की जानकारी ली। गृह मंत्री अमित शाह ने भी फोन पर बात की है।’’
इस बीच, राज्य के कई हिस्सों में मंगलवार को भी बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार सुबह 8:30 बजे समाप्त हुए 24 घंटे की अवधि के दौरान पंजाब के कई स्थानों पर बारिश हुई। उसने बताया कि इस अवधि के दौरान अमृतसर में 18.3 मिमी, पटियाला में 70.5 मिमी, बठिंडा में पांच मिमी, फरीदकोट में एक मिमी, गुरदासपुर में 32.8 मिमी, मनसा में 10 मिमी और मोहाली में 44.5 मिमी बारिश हुई।
लगातार हो रही भारी बारिश के साथ-साथ व्यास नदी और काली बेईं बरसाती नाले में बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर कपूरथला जिला प्रशासन ने जनता को परामर्श जारी कर नदियों के किनारे से दूर रहने को कहा है।
पंजाब के मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि खराब मौसम और बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए पंजाब कौशल विकास मिशन के सहयोग से चल रहे सभी 43 कौशल विकास केंद्र बुधवार तक बंद रहेंगे।
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि बाढ़ प्रभावित जिलों में 174 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं।
उन्होंने अमृतसर में कहा कि भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए), केमिस्ट एसोसिएशन, गैर सरकारी संगठनों और अन्य निकायों द्वारा 250 अतिरिक्त एम्बुलेंस मुहैया कराए गए हैं।
भाषा धीरज