दिल्ली पुलिस ने चोरी के मोबाइल फोन की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया, तीन गिरफ्तार
यासिर प्रशांत
- 03 Sep 2025, 05:55 PM
- Updated: 05:55 PM
नयी दिल्ली, तीन सितंबर (भाषा) दिल्ली पुलिस ने चोरी और छीने गए मोबाइल फोन की पड़ोसी देशों में तस्करी किए जाने में शामिल एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए कथित सरगना सहित इसके तीन सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यहां एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी मोताहर शेख (33), उसके भाई अब्दुल शमीम (22) और उनके सहयोगी मोहम्मद गुलु शेख (33) को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपूर्व) हेमंत तिवारी ने कहा, ‘‘एक गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार शाम विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की एक टीम ने सराय काले खां स्थित ‘वेस्ट टू वंडर पार्क’ के पास जाल बिछाया और शाम करीब सात बजकर 15 मिनट पर संदिग्ध रूप से घूम रहे तीनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।’’
अधिकारी ने बताया कि उनकी तलाशी लेने पर पुलिस को तीन देशी पिस्तौल समेत छह कारतूस और 228 महंगे मोबाइल फोन से भरे तीन बैग मिले।
प्रारंभिक पूछताछ से पता लगा कि मोताहर इस गिरोह का मुख्य सरगना था। वह अपने साथियों के साथ मिलकर दिल्ली भर के अपराधियों से चोरी और छीने गए मोबाइल फोन औने-पौने दामों पर खरीदता था। फिर गिरोह इन मोबाइल फोन को बिचौलियों के ज़रिए नेपाल और बांग्लादेश भेजता था, जहां उन्हें मोटा मुनाफा मिलता था।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने कहा, ‘‘यह गिरोह चोरी के फोन की मांग बढ़ाकर और साथ ही सीमा पार अवैध व्यापार संचालित कर शहर (दिल्ली) में सड़क पर हो अपराधों को बढ़ावा दे रहा था। उनकी गिरफ्तारी से एक बड़े अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय गिरोग का पर्दाफाश हुआ है।’’
पुलिस ने बताया कि आरोपी पश्चिम बंगाल के मालदा के मूल निवासी हैं और मालदा पड़ोसी देशों में चोरी के उपकरणों की तस्करी का केंद्र बन गया है।
हथियारों और गोला-बारूद की बरामदगी से यह भी संकेत मिलता है कि यह समूह पुलिस कार्रवाई का प्रतिरोध करने के लिए उच्च स्तर की तैयारी के साथ काम कर रहा था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए एक सरकारी उपकरण- ‘सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर’ (सीईआईआर) के कारण गिरोह ने चोरी के मोबाइल फोन सीमा के पार पहुंचा दिए। सीईआईआर, अनजाने में तस्करी को बढ़ावा दे रहा हैं और हजारों छीने गए मोबाइल इसी के माध्यम से नेपाल तथा बांग्लादेश भेजे जा रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने 2025 में अब तक 20 से अधिक गिरफ्तारियां दर्ज की हैं और ऐसे गिरोह का पता लगाया है जो राजधानी भर से चोरी किए गए फोन एकत्र करते हुए उन्हें कूरियर, बसों तथा बिहार और पश्चिम बंगाल के सीमा मार्गों के माध्यम से भेजते हैं।
नाम न बताने की शर्त पर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘चोरी और दूसरे देशों में मोबाइल फोन के अवैध व्यापार में यह बढ़ोतरी सीधे तौर पर सीईआईआर से जुड़ी है, जो एक बार ब्लॉक हो जाने पर मोबाइल को भारतीय दूरसंचार नेटवर्क पर इस्तेमाल करने लायक नहीं छोड़ता। इस व्यवस्था के कारण चोरों के पास देश के अंदर इन मोबाइल फोन को बेचने के लिए बाज़ार नहीं बचता और वे सीमा पार तस्करी के गिरोहों में शामिल हो जाते हैं।’’
भाषा यासिर