विनाशकारी सैलाब के बीच भी सिखों की जीवटता और मेहमाननवाजी कायम
राखी नरेश
- 03 Sep 2025, 07:53 PM
- Updated: 07:53 PM
चंडीगढ़, तीन सितंबर (भाषा) पंजाब में चारों ओर सैलाब ही सैलाब है, लोगों के घर, फसलें और मवेशी डूब गए हैं। लेकिन परीक्षा की ऐसी कठिन घड़ी में भी पंजाब के लोगों की जीवटता, उनकी मजबूती, दृढ़ इरादों और सबसे बढ़कर उनकी मेहमाननवाजी की तारीफें हो रही हैं। सिख संगठनों और गैर सरकारी संगठनों के स्वयंसेवक जब राहत सामग्री बांटने पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने मेहमानों की तरह उनका स्वागत किया और उनके लिए चाय पानी का इंतजाम किया।
पंजाब इस समय हालिया इतिहास की सबसे भयावह बाढ़ का सामना कर रहा है। सतलुज, व्यास और रावी में उफनते सैलाब के साथ ही हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के जलभराव वाले क्षेत्रों में भारी बारिश होने से छोटी नदियां भी तटबंधों को तोड़कर बह रही हैं जिससे बाढ़ की स्थिति और खराब हो रही है।
अधिकारियों के अनुसार, अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है और 3.50 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। करीब 1.48 लाख हेक्टेयर भूमि से अधिक फसल बाढ़ में नष्ट हो गई।
गुरदासपुर, पठानकोट, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फरीदकोट, होशियारपुर और अमृतसर जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं।
एनजीओ और सिख संगठनों ने सरकारी प्रयासों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य जारी रखा है। स्वयंसेवकों ने बताया कि कई जगहों पर खेत 8-10 फुट पानी में डूब गए हैं और गांवों तक पहुंचने के लिए नावों का सहारा लेना पड़ रहा है।
कुछ ग्रामीणों ने संकटग्रस्त हालात के बावजूद राहतकर्मियों को चाय या दूध परोसकर उनका आतिथ्य सत्कार किया।
बाबा दीप सिंह सेवा दल के स्वयंसेवक जसविंदर सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, "कुछ लोग हमें चाय भी परोसते हैं।"
गुरदासपुर के दिनानगर में भी नाव से राशन वितरित करते स्वयंसेवकों को एक परिवार ने चाय पिलाई जो खुद बाढ़ के पानी में डूबे अपने घर की छत पर रातें गुजार रहा है।
एक और इलाके में एक गांववाला थर्मस में चाय भरकर स्टील के गिलास हाथों में लिए दो .तीन फुट पानी में चलते हुए राहत सामग्री बांट रहे स्वयंसेवकों तक पहुंचा।
एनजीओ और संगठनों द्वारा चावल, दाल, सरसों का तेल, बिस्कुट, गेहूं का आटा, दवाइयां और पशु चारा वितरित किया जा रहा है।
जिला प्रशासन ने प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर स्थापित किए हैं, लेकिन कई ग्रामीण घरों में ही रहने का विकल्प चुन रहे हैं।
स्वयंसेवकों ने बताया कि बाढ़ में धान की लगभग तैयार फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है और पानी कम होने के बाद खेतों में आया मिट्टी का तलछट किसानों के लिए नई चुनौती होगा। कई किसानों का पशुधन भी बह गया है।
पंजाब सरकार ने नुकसान का आकलन करने के लिए एक विशेष 'गिरदावरी' (नुकसान आकलन) शुरू की है और सभी को उनके नुकसान के लिए मुआवजे का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, "जब भी देश संकट में रहा, पंजाब हमेशा साथ खड़ा रहा। आज पंजाब संकट में है, उम्मीद है देश भी हमारे साथ खड़ा होगा।"
बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए अभिनेता सोनू सूद, गायक दिलजीत दोसांझ, गिप्पी ग्रेवाल, करण औजला, एम्मी वीरक और रंजीत बावा जैसे कई प्रमुख हस्तियों ने मदद देने की घोषणा की है।
भाषा राखी