आरएसएस की तीन दिवसीय समन्वय बैठक जोधपुर में शुरू
वैभव पृथ्वी मनीषा
- 05 Sep 2025, 12:29 PM
- Updated: 12:29 PM
जोधपुर, पांच सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उसके संबद्ध संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक शुक्रवार को यहां शुरू हुई।
आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले इस बैठक में भाग ले रहे हैं जिसमें राष्ट्रीय एकता, सुरक्षा और सामाजिक परिप्रेक्ष्य से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर मंथन किया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बैठक में भाग लेने के लिए बृहस्पतिवार शाम जोधपुर पहुंचे।
एक बयान के अनुसार बैठक में देश के विभिन्न क्षेत्रों, विशेषकर पंजाब, बंगाल, असम और पूर्वोत्तर के जनजातीय क्षेत्रों की सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों पर भी चर्चा होगी। इसके साथ ही पंच परिवर्तन – सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण अनुकूल जीवन, स्व आधारित रचना और नागरिक कर्तव्य पालन – जैसे विषयों पर भी विमर्श किया जाएगा।
संघ के 32 आनुषंगिक संगठनों के करीब 320 प्रतिनिधि बैठक में भाग लेने के लिए जोधपुर पहुंचे हैं। ये संगठन बैठक में अपने कामकाज का वार्षिक लेखाजोखा प्रस्तुत करेंगे और अपने कार्यों, अनुभवों तथा उपलब्धियों को रेखांकित करेंगे।
बयान के अनुसार, यह समन्वय बैठक किसी निर्णय के लिए नहीं होती बल्कि संगठनों के बीच चर्चा, अनुभवों के आदान-प्रदान और बेहतर समन्वय का माध्यम होती है। इसमें कहा गया है कि यहां प्राप्त विचार और प्रेरणा के आधार पर प्रत्येक संगठन अपने स्तर पर निर्णय लेकर आगे के कार्यों को दिशा देगा।
हाल ही में दिल्ली में सम्पन्न सरसंघचालक के कार्यक्रम की पृष्ठभूमि में, समाज के सभी वर्गों तक संघ के विचार पहुंचाने के प्रयासों को और गति देने का यह एक महत्त्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है।
बैठक में भाग लेने वाले अन्य संगठनों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, विद्या भारती तथा दिव्यांगों के लिए काम कर रहा सक्षम आदि शामिल हैं।
बैठक में देश के विभिन्न हिस्सों में, विशेष रूप से पंजाब, पश्चिम बंगाल, असम और उत्तर-पूर्व के आदिवासी क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक परिस्थिति पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
एक पदाधिकारी ने बताया कि बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के संबंध में विभिन्न संगठनों द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की जाएगी और शिक्षा क्षेत्र को सकारात्मक दिशा देने के लिए आगे का रास्ता तलाशा जाएगा।
इसके अलावा इसमें आदिवासी समुदायों को मुख्यधारा से जोड़ने और सकारात्मक सामाजिक बदलावों का आकलन किया जाएगा।
आरएसएस के शताब्दी वर्ष (2025-26) की तैयारियों पर भी बैठक में चर्चा की जाएगी। दो अक्टूबर 2025 को विजयादशमी के दिन नागपुर में सरसंघचालक शताब्दी कार्यक्रमों के उद्घाटन का मार्गदर्शन करेंगे।
उस दिन से, देश भर के स्वयंसेवक मंडल, ग्राम और बस्ती स्तर पर पूर्ण गणवेश में विजयादशमी मनाएंगे। शताब्दी वर्ष में पूरे भारत में हिंदू सम्मेलन, गृह-संपर्क अभियान, सद्भावना सभाएं, प्रमुख नागरिकों के बौद्धिक सम्मेलन और युवा कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
भाषा वैभव पृथ्वी