हिमाचल प्रदेश : मणिमहेश यात्रा मार्ग पर फंसे 524 श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर से निकाला गया
यासिर अविनाश
- 05 Sep 2025, 11:08 PM
- Updated: 11:08 PM
(तस्वीरों के साथ)
शिमला/बिलासपुर, पांच सितंबर (भाषा) मणिमहेश मार्ग पर फंसे 524 श्रद्धालुओं को भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से शुक्रवार को सुरक्षित निकाला गया। हेलीकॉप्टरों से तीन शव भी लाए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पिछले महीने से हो रही भारी बारिश के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु चंबा जिले, खासकर भरमौर सहित विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं।
भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के बाद भरमौर का सड़क संपर्क टूट गया है।
एक बयान में कहा गया, ‘‘आज वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टर की 12 उड़ानों के जरिए 524 यात्रियों को भरमौर से चंबा लाया गया, जबकि तीन शव भी चंबा लाए गए।’’
इसमें कहा गया है कि बृहस्पतिवार से अब तक कुल 1,166 तीर्थयात्रियों को भरमौर से चंबा पहुंचाया गया है।
सरकार के अनुसार मणिमहेश यात्रा 15 अगस्त को शुरू हुई थी और तब से अब तक 17 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।
मणिमहेश झील कैलाश पर्वत की तलहटी में 13,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है।
हिमाचल प्रदेश के कई इलाके भारी बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन से जूझ रहे हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कुल्लू और मनाली के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया तथा अधिकारियों को अवरुद्ध सड़कों को खोलने और उनकी मरम्मत के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि राज्य ने 3,000 करोड़ रुपये की राहत और पुनर्निर्माण परियोजना तैयार की है और इसके लिए विश्व बैंक से सहायता मांगी जाएगी।
सुक्खू ने वशिष्ठ चौक, मनाली, बहांग और ओल्ड मनाली इलाकों में क्षतिग्रस्त संपत्तियों का निरीक्षण किया। उन्होंने कुल्लू के भूस्खलन प्रभावित अखाड़ा बाजार इलाके का भी दौरा किया, जहां मकान गिरने से कुछ मौतें हुई थीं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, राज्य में कुल 1091 सड़कें बंद हैं। इनमें से 276 सड़कें मंडी में, 226 कुल्लू में, 201 शिमला में और 166 सड़कें चंबा जिले में हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग-3 (मंडी-धरमपुर रोड), एनएच-5 (पुराना हिन्दुस्तान-तिब्बत रोड), एनएच-305 (औट-सैंज रोड) और एनएच-505 (खाब से ग्राम्फू) बंद कर दिए गए हैं।
शिमला-कालका रेल लाइन पर भूस्खलन के कारण इस पर चलने वाली रेलगाड़ियां शुक्रवार तक रद्द कर दी गई हैं।
इस बीच, राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई और मंडी जिले के बग्गी में बृहस्पतिवार शाम से 61.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
हिमाचल प्रदेश में 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से अचानक बाढ़ आने की 95 घटनाएं, बादल फटने की 45 घटनाएं और बड़े भूस्खलन की 133 घटनाएं हुई हैं।
मानसून शुरू होने के बाद से बारिश से संबंधित घटनाओं और सड़क दुर्घटनाओं में कम से कम 360 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 47 लोग लापता हैं।
भाषा यासिर