गणेश शोभायात्रा के दौरान झड़पों के बाद मद्दुर में स्थिति नियंत्रण में है : मंत्री परमेश्वर
गोला मनीषा
- 08 Sep 2025, 01:32 PM
- Updated: 01:32 PM
मांड्या (कर्नाटक), आठ सितंबर (भाषा) कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने सोमवार को कहा कि सात सितंबर को गणेश विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद मद्दुर शहर में स्थिति नियंत्रण में है।
शहर में तनाव बढ़ने पर निषेधाज्ञा लागू कर दी गई और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
रविवार को राम रहीम नगर में गणेश विसर्जन की शोभायात्रा पर पथराव के बाद झड़पें शुरू हो गई थीं।
पुलिस के अनुसार, मस्जिद से लगभग 500 मीटर की दूरी पर शोभायात्रा पर पथराव किया गया, जिसके बाद उसमें शामिल लोगों ने जवाबी कार्रवाई की।
पुलिस ने आपस में भिड़ रहे दो समूहों को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया। बाद में हिंदू कार्यकर्ताओं ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए, टायर जलाए और भगवा झंडे लहराते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
मांड्या के पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बालादंडी ने बताया कि दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, एक स्वतः संज्ञान लेकर और दूसरी एक घायल व्यक्ति की शिकायत पर।
उन्होंने बताया कि 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है तथा आगे और गिरफ्तारियां होंगी।
एसपी ने कहा, ‘‘सभी घायलों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। एक व्यक्ति को चार टांके लगे हैं, बाकी सभी को मामूली चोटें आई हैं। आगे किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है।’’
शनिवार रात गणेश विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान कथित तौर पर उपद्रवियों द्वारा पथराव किए जाने के बाद हुबली में भी तनाव फैल गया था। पुलिस ने स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए हस्तक्षेप किया, जबकि शहर के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया।
मद्दुर में केएसआरपी की टुकड़ियां तैनात कर दी गई हैं तथा वरिष्ठ अधिकारी शांति सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं, जबकि मद्दुर, हुबली और शिवमोग्गा में हुई घटनाओं के मद्देनजर सभी जिलों की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है।
परमेश्वर ने बेंगलुरु में संवाददाताओं को बताया कि मद्दुर घटना के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मद्दुर की स्थिति के संबंध में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अब कोई समस्या नहीं है। कुछ छोटी-मोटी घटनाएं हुई हैं। एक जगह झंडा लाने पर चाकू मारने की कोशिश की गई। एक अन्य जगह पर गणपति शोभायात्रा के दौरान लोगों ने बच्चों पर छत से थूका। इस तरह की घटनाएं हुई हैं। सब कुछ नियंत्रण में है।’’
राज्य के गृह मंत्री ने दोनों समुदायों के लोगों से शांति बनाए रखने के लिए सहयोग करने का आग्रह किया और कहा कि पुलिस ने पर्याप्त कदम उठाए हैं।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।
उन्होंने दावा किया कि राज्य में हिंदू त्योहार और शोभायात्रा अब सुरक्षित नहीं रही।
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘गणेश विसर्जन शोभायात्रा के दौरान कट्टरपंथी उपद्रवी गिरोह बनाकर पथराव कर रहे हैं। मांड्या, धारवाड़, बागलकोट और हुबली समेत राज्य के कई हिस्सों से ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। कल मद्दुर में उपद्रवियों ने लगातार पथराव कर तनावपूर्ण माहौल बना दिया। इस पथराव में महिलाएं और पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जो बेहद चिंताजनक है और भाजपा इसकी कड़ी निंदा करती है।’’
विजयेंद्र ने कहा कि शिवमोग्गा ज़िले के सागर से भी गणपति की मूर्ति को अपवित्र किए जाने की खबरें आई हैं।
शिकारपुरा से विधायक विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यकों के नाम पर इस तरह की घिनौनी हरकतों से, खासकर हिंदू महिलाओं में डर पैदा हो गया है।
भाषा गोला