नेपाल के आंदोलन के मद्देनजर उप्र के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा और सतर्कता बढ़ी
सं आनन्द राजकुमार
- 08 Sep 2025, 07:04 PM
- Updated: 07:04 PM
बलरामपुर/बहराइच (उप्र), आठ सितंबर (भाषा) पड़ोसी देश नेपाल में शुरू हुए युवाओं के हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और विशेष सतर्कता बरती जा रही है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उत्तर प्रदेश के महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिलों की सीमा नेपाल सीमा लगती है, जहां सशस्त्र सीमा बल और स्थानीय पुलिस सुरक्षा निगरानी करती हैं।
बलरामपुर जिले में नेपाल में चल रहे आंदोलन को देखते हुए सीमा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और उधर से आने जाने वालों की कड़ी नजर रखी जा रही है।
बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विकास कुमार ने सोमवार को बताया कि नेपाल में चल रहे आंदोलन को देखते हुए सीमा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है तथा खुफिया एजेंसियों को विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि नेपाल सीमा से लगे क्षेत्रों में सभी पुलिसकर्मियों को सतर्कता बरतने के विशेष निर्देश दिए गए हैं। कुमार ने बताया कि सीमा से लगे सभी थानों पर अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है।
पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में सोशल मीडिया मंचों पर लगे प्रतिबंध के बाद फैले बवाल के चलते बहराइच में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने भारत नेपाल सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है। नेपाल में लगे प्रतिबंध से सीमावर्ती भारतीय क्षेत्र में रह रहे भारतीयों में भी भारी निराशा है।
नेपाल सरकार ने तीन सितंबर को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब समेत 26 सोशल मीडिया मंचों पर प्रतिबंध लगाया था। इस प्रतिबंध के बाद 18 से 30 साल के युवाओं की अगुआई में नेपाल के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन शुरू हो गये, जिसने बाद में हिंसक रूख अख्तियार कर लिया।
सशस्त्र सीमा बल 42 वीं वाहिनी के सेनानायक गंगा सिंह उदावत ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा,‘‘बहराइच जनपद से सटे नेपाली इलाकों में विशेष अशांति की खबर नहीं थी। रूपईडीहा बार्डर से सटे नेपाल राष्ट्र के नेपालगंज कस्बे में हल्के-फुल्के विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिली थी। यहां से काफी दूर स्थित नेपाली क्षेत्रों में बड़ी अशांति की खबरें मिली हैं। इसके मद्देनजर हमने अपने इलाके में एहतियातन सीमा पर गश्ती बढ़ा दी है। ’’
उन्होंने बताया,“नेपाल से आने जाने वाले मुख्य मार्गों के अतिरिक्त गांवों एवं जंगल से नेपाल को जोड़ने वाली पगडंडियों पर नाकों की संख्या बढ़ाई गयी है। एसएसबी के जवानों को सीमा पर 24 घंटे गश्ती के निर्देश दिए गये हैं। सीमा पर तैनात श्वान दस्ते, ‘फेस रिकाग्निशन डिवाइस’ तथा ‘आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर डिवाइस’ पर तैनात तकनीकी विशेषज्ञ जवानों को खास सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।’’
भाषा सं आनन्द