निकहत जरीन विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में
सुधीर आनन्द
- 09 Sep 2025, 06:17 PM
- Updated: 06:17 PM
लिवरपूल, नौ सितंबर (भाषा) दो बार की चैंपियन निकहत जरीन ने मंगलवार को जापान की युना निशिनाका को कड़े मुकाबले में हराकर विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
ड्रॉ में गैर वरीयता प्राप्त निकहत ने महिलाओं के 51 किग्रा भार वर्ग के प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सर्वसम्मत फैसले में जीत हासिल की। हालांकि यह स्कोर 21 वर्षीय निशिनाका द्वारा दी गई कड़ी टक्कर को नहीं दर्शाता।
निशिनाका ने लगातार भारतीय मुक्केबाज को परेशान किया और जरूरत से ज्यादा पकड़ बनाए रखने के कारण उनके दो अंक काटे गए।
दोनों मुक्केबाजों ने आक्रामक शुरुआत की और पूरे इरादे के साथ आगे बढ़ीं। निकहत ने शुरुआत में कुछ हुक लगाए लेकिन जापान की मुक्केबाज ने 3-2 से बढ़त बना ली।
दूसरे राउंड में निकहत ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए बेहतर मुक्के जड़े जबकि निशिनाका ने भारतीय मुक्केबाज की गर्दन में अपनी बांह डालकर उसे बांधे रखा। भारत की 29 वर्षीय मुक्केबाज ने तीखे जवाब दिए और राउंड 4-1 से जीत लिया।
यह सिलसिला आखिरी तीन मिनट में भी जारी रहा जहां रेफरी ने लगातार क्लिंचिंग के लिए निशिनाका को फिर से दंडित किया। निकहत ने हालांकि बढ़त बनाए रखते हुए तीसरे विश्व चैंपियनशिप पदक की ओर कदम बढ़ाए।
निकहत अब क्वार्टर फाइनल में दो बार की ओलंपिक रजत पदक विजेता और 2022 विश्व लाइट फ्लाइवेट चैंपियन तुर्की की बुसे नाज काकिरोग्लू के खिलाफ अपनी अब तक की सबसे कठिन चुनौती का सामना करेंगी।
लक्ष्य चाहर (80 किग्रा), मीनाक्षी हुड्डा (48 किग्रा), जादुमणि सिंह (50 किग्रा), अभिनाश जामवाल (65 किग्रा) और जुगनू (85 किग्रा) सहित पाचं भारतीय मुक्केबाज मंगलवार को ही प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेलेंगे।
हालांकि सोमवार देर रात भारत को सुमित कुंडू (75 किग्रा), सचिन सिवाच (60 किग्रा) और एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता नरेंद्र बेरवाल (90 किग्रा से अधिक) प्री क्वार्टर फाइनल में हार गए।
सुमित को मौजूदा यूरोपीय मिडिलवेट चैंपियन बुल्गारिया के रामी किवान ने 5-0 से करारी शिकस्त दी।
सचिन को 60 किग्रा वर्ग में कजाखस्तान के बिबार्स झेक्सेन के खिलाफ 1-4 से हार का सामना करना पड़ा जबकि नरेंद्र भी इटली के डिएगो लेंजी के खिलाफ इसी स्कोर से हार गए।
भारत की 20 सदस्यीय टीम के आधे से अधिक खिलाड़ी प्रतियोगिता से बाहर हो चुके हैं।
भाषा सुधीर आनन्द