दिल्ली बीएमडब्ल्यू दुर्घटना: बार-बार अनुरोध के बावजूद पीड़ितों को दूर के अस्पताल ले गए आरोपी
नेत्रपाल नरेश
- 15 Sep 2025, 04:50 PM
- Updated: 04:50 PM
नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास मोटरसाइकिल और एक लग्जरी कार के बीच हुई टक्कर में मारे गए वरिष्ठ सरकारी अधिकारी की पत्नी ने आरोपी दंपति से बार-बार उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराने की गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने यह बात नहीं मानी। मामले में दर्ज प्राथमिकी में यह बात कही गई है।
शोकसंतप्त महिला ने पुलिस को दिए गए बयान में कहा, ‘‘महिला (आरोपी) हमें दुर्घटना स्थल से दूर जीटीबी नगर के एक छोटे से अस्पताल में ले गई।’’
यह बयान अब प्राथमिकी का हिस्सा है।
चारों घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले वैन चालक मोहम्मद गुलफाम ने भी ऐसा ही दावा किया है।
गुलफाम ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैं माल ढुलाई करने वाला वाहन चला रहा था, जब कार में बैठे पुरुष और महिला ने मुझसे घायलों को आजादपुर के एक अस्पताल में ले जाने के लिए कहा तो मैंने वाहन रोक दिया और उन्हें वहां पहुंचाया।’’
पुलिस ने गुलफाम का बयान दर्ज करने के लिए उससे संपर्क किया है।
आर्थिक मामलों के विभाग में उप सचिव, हरि नगर निवासी नवजोत सिंह (52) की रविवार दोपहर दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास रिंग रोड पर हुए हादसे में मौत हो गई। उनकी पत्नी को गंभीर चोटें आईं। वे बंगला साहिब गुरुद्वारे से घर लौट रहे थे।
इस घटना में कथित तौर पर बीएमडब्ल्यू कार चला रही महिला और उसका पति भी घायल हो गया।
गुरुग्राम के इस दंपत्ति को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वे चमड़े की काठी, सीट, कवर, बेल्ट और अन्य उत्पाद बनाने का व्यवसाय करते हैं।
पुलिस ने बताया कि बीएमडब्ल्यू की महिला चालक को सोमवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद हिरासत में ले लिया गया। इस मामले में गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस को दिए अपने बयान में, नवजोत सिंह की पत्नी संदीप कौर ने कहा, ‘‘मैं उनसे लगातार विनती कर रही थी कि वे हमें नज़दीकी अस्पताल ले जाएँ क्योंकि मेरे पति बेहोश थे और उन्हें तुरंत इलाज की ज़रूरत थी। लेकिन इसके बजाय, वह महिला हमें जीटीबी नगर के एक छोटे से अस्पताल ले गई। उस महिला ने मुझे अपना नाम गगन प्रीत कौर बताया।’’
प्राथमिकी में पीड़िता के हवाले से कहा गया, ‘‘दुर्घटना के समय मेरे पति ने पगड़ी पहनी हुई थी, लेकिन मैंने हेलमेट पहना हुआ था। दुर्घटना रविवार अपराह्न करीब एक बजे हुई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब हम दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास पहुँचे, तो एक नीली बीएमडब्ल्यू कार तेज़ रफ़्तार से पीछे से आई और मेरे पति की मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। मेरे पति सड़क पर गिर गए और उन्हें गंभीर चोटें आईं तथा उनके सिर, मुँह और पैरों में कई जगह ‘फ्रैक्चर’ हो गया। दुर्घटना में मेरे सिर और पैरों में भी चोटें आईं तथा कई ‘फ्रैक्चर’ हो गए। कुछ देर बाद, मैं भी बेहोश हो गई।’’
प्राथमिकी के अनुसार, बीएमडब्ल्यू कार एक महिला चला रही थी और उसके साथ एक पुरुष सहयात्री कार में बैठा हुआ था। उन्होंने घायल दंपति को एक वैन जैसी गाड़ी में बिठाया और जीटीबी नगर ले गए।
पुलिस ने घटना का समय दोपहर 1:30 बजे और घटनास्थल नारायणा की ओर रिंग रोड पर मेट्रो पिलर संख्या 67 के पास दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है।
रविवार को सिंह के बेटे ने बताया कि उसके माता-पिता बंगला साहिब गुरुद्वारे से लौट रहे थे।
सिंह के बेटे ने पीटीआई की वीडियो सेवा से कहा, ‘‘जब यह हादसा हुआ, तब वे धौला कुआं होते हुए हरि नगर जा रहे थे। उन्हें पास के अस्पताल ले जाने के बजाय, दुर्घटनास्थल से लगभग 22 किलोमीटर दूर एक अस्पताल ले जाया गया। मेरी मां को सिर में चोट लगी, जबकि उन्होंने हेलमेट पहना हुआ था, और उनकी जांघ की हड्डी टूट गई।’’
उन्होंने अपने माता-पिता को भर्ती करने में अस्पताल प्रशासन की ओर से लापरवाही का भी आरोप लगाया।
सिंह के बेटे ने दावा किया कि उनकी मां को गंभीर हालत के बावजूद अस्पताल की लॉबी में बैठाया गया, जबकि बीएमडब्ल्यू चालक के पति को मामूली चोटें आई थीं लेकिन उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कर लिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘इस लापरवाही और देरी के कारण मेरे पिता को मृत घोषित कर दिया गया तथा मेरी मां दर्द से चीखती रहीं।’’
सिंह के बेटे ने कहा कि बाद में परिवार ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए वेंकटेश्वर अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी माँ, शिक्षिका हैं। वह बहुत दुखी हैं और हम भी।’’
पुलिस के अनुसार, टक्कर में शामिल लग्जरी कार और दोपहिया वाहन को जब्त कर लिया गया है तथा दुर्घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच कराई गई है।
भाषा नेत्रपाल