शिकागो में भारी गिरावट के बीच तेल-तिलहनों के दाम टूटे
राजेश राजेश रमण
- 18 Sep 2025, 07:12 PM
- Updated: 07:12 PM
नयी दिल्ली, 18 सितंबर (भाषा) शिकागो एक्सचेंज में बुधवार को भारी गिरावट के बीच घरेलू बाजार में बृहस्पतिवार को अधिकांश तेल-तिलहनों के दाम में नरमी रही। सरसों, मूंगफली तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल तथा बिनौला तेल के दाम जहां गिरावट के साथ बंद हुए वहीं सोयाबीन तिलहन पूर्वस्तर पर स्थिर बना रहा।
मलेशिया एक्सचेंज दोपहर साढ़े तीन बजे गिरावट का रुख लिए बंद हुआ। शिकॉगो एक्सचेंज में कल रात 2.75 प्रतिशत से भी ज्यादा की गिरावट थी और अभी भी यहां गिरावट जारी है।
बाजार सूत्रों ने कहा कि आयातक निरंतर घाटे में अपना तेल बेच रहे हैं। जिस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है। अंतत: इसमें बैंकों का यानी आम जनता का पैसा ही फंसेगा। ऐसा लगता है कि सरकार केवल खाद्यतेलों के थोक दाम की गिरावट तक खुद को सीमित कर रही है जबकि खाद्यतेलों का खुदरा दाम क्यों ऊंचा बना हुआ है, संभवत: इस बात की ओर किसी का ध्यान नहीं है। सोयाबीन, मूंगफली, सूरजमुखी जैसे तिलहनों के हाजिर दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से लगभग 20-30 प्रतिशत नीचे हैं और किसान फसल ना खपने की स्थिति का सामना करते हैं।
उन्होंने कहा कि समय रहते इन बातों की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो सूरजमुखी जैसा हाल बाकी तिलहनों का भी हो सकता है। आंध्र में कभी मूंगफली, सूरजमुखी का भारी मात्रा में उत्पादन होता था मगर बाजार की अस्थिरता के कारण किसान धीरे-धीरे इन फसलों की ओर से अपना ध्यान हटा लिया और सूरजमुखी के मामले में तो देश पूरी तरह लगभग आयात पर निर्भर हो गया है।
सूत्रों ने कहा कि सरकार हर वर्ष तिलहनों का एमएसपी बढ़ाती है लेकिन खाद्यतेलों के दाम बांधकर रखने का प्रयास किया जाता है। जबकि समय के साथ मिल वालों का बिजली, किराया, वेतन जैसे खर्च निरंतर बढ़ रहे हैं। सभी समीक्षकों की नजर खाद्यतेलों के दाम पर ही होती है जिसकी खपत का स्तर न्यूनतम है। इससे कई गुना अधिक खपत वाले दूध का दाम पिछले दिनों कई बार बढ़े हैं, उसको लेकर किसी को चिंता नहीं है।
उन्होंने कहा कि ये सारे हालात समय रहते सुलझाये जाने की जरुरत है नहीं तो तेल-तिलहन उद्योग को बचाना कठिन हो जायेगा।
तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:
सरसों तिलहन - 7,175-7,225 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली - 5,475-5,850 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 13,150 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली रिफाइंड तेल - 2,160-2,460 रुपये प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 15,250 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 2,560-2,660 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 2,560-2,695 रुपये प्रति टिन।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,500 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,100 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 10,350 रुपये प्रति क्विंटल।
सीपीओ एक्स-कांडला- 11,775 रुपये प्रति क्विंटल।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,750 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,550 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन एक्स- कांडला- 12,450 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।
सोयाबीन दाना - 4,500-4,550 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन लूज- 4,200-4,300 रुपये प्रति क्विंटल।
भाषा राजेश राजेश