कंगना ने हिमाचल सरकार से मानसून से प्रभावित पर्यटन उद्योग को राहत पैकेज देने का आग्रह किया
प्रशांत पारुल
- 20 Sep 2025, 01:05 AM
- Updated: 01:05 AM
(तस्वीरों के साथ)
शिमला, 19 सितंबर (भाषा) भाजपा सांसद कंगना रनौत ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश सरकार से पर्यटन उद्योग को राहत पैकेज देने का आग्रह करते हुए कहा कि मानसून में आई आपदाओं के कारण यह क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और सभी हितधारकों पर असर पड़ा है।
कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में लगघाटी, दड़का, भुट्टी, कुल्लू शहर और मणिकर्ण घाटी के दौरे पर, कंगना ने प्रभावित परिवारों से बातचीत की और सेवा पखवाड़ा रक्तदान शिविर का भी उद्घाटन किया।
कुल्लू में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंडी से लोकसभा सदस्य ने कहा कि मानसून आपदा के बाद हिमाचल प्रदेश, विशेषकर मनाली में पर्यटन बुरी तरह प्रभावित हुआ है और आतिथ्य उद्योग से जुड़े सभी लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें होटल व्यवसायी, टैक्सी चालक, छोटे दुकानदार और पर्यटन एवं संबद्ध क्षेत्रों में काम करने वाले लोग शामिल हैं।
कंगना ने कहा, “केंद्र सरकार ने एक बड़ा पैकेज दिया है, लेकिन धन का वितरण राज्य सरकार के पास है। मैं राज्य सरकार से पर्यटन उद्योग को राहत पैकेज देने का आग्रह करूंगी।”
कुछ इलाकों का विशेष उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सड़कों की हालत इतनी खराब है कि उन्हें रोना आ गया।
उन्होंने कहा कि आपदा राहत के लिए राज्य का अपना बजट है और सरकार को सड़कों की सफाई का काम तेज़ी से करना चाहिए।
कंगना ने दावा किया कि लगघाटी में सड़कों से मलबा भी नहीं हटाया गया है और उनकी हालत दयनीय है। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात करेंगी।
कंगना ने आरोप लगाया कि सुक्खू राज्य में नहीं हैं, जबकि लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह अपनी शादी में व्यस्त हैं और यहां तक कि अधिकारी भी कार्यालयों में बैठे हैं।
इससे पहले, बृहस्पतिवार को जब मीडियाकर्मियों ने कंगना से आपदा के दौरान निर्वाचन क्षेत्र से उनकी अनुपस्थिति के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, “मुझे निशाना मत बनाइए, मैं भी आपदा से प्रभावित एक अकेली महिला हूं।”
कंगना ने कहा था, “मेरा एक रेस्तरां है और आज बिक्री मात्र 50 रुपये थी, जबकि मैं कर्मचारियों को 15 लाख रुपये मासिक वेतन देती हूं।”
हालांकि, इंटरनेट पर यह वीडियो प्रसारित होने के बाद इस टिप्पणी की तीखी आलोचना हुई।
कंगना ने मीडियाकर्मियों और प्रभावशाली लोगों से धैर्य रखने और संतुलित रिपोर्टिंग करने की भी अपील की।
उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने रातोंरात सड़कें बहाल कर दीं और इसलिए हम यहां पहुंच सके।
भाषा प्रशांत