ट्रंप और शी ने ‘टिकटॉक’ सौदे को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत शुरू की
एपी संतोष अविनाश
- 19 Sep 2025, 08:45 PM
- Updated: 08:45 PM
वाशिंगटन, 19 सितंबर (एपी) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग ने शुक्रवार को बातचीत शुरू की ताकि लोकप्रिय सोशल मीडिया ऐप ‘टिकटॉक’ को अमेरिका में जारी रखने की अनुमति देने के लिए समझौते को अंतिम रूप दिया जा सके।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी और चीन की शिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, दोनों नेताओं के बीच फोन पर यह बातचीत वाशिंगटन के स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग आठ बजे शुरू हुई।
इस बातचीत से यह संकेत मिल सकते हैं कि दोनों नेता अपने व्यापार युद्ध को समाप्त करने के लिए किसी अंतिम समझौते पर पहुंचने और दुनिया की दो महाशक्तियों के बीच संबंधों की दिशा को स्पष्ट करने के लिए व्यक्तिगत रूप से मिल सकते हैं या नहीं।
ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने और चीन पर अत्यधिक शुल्क लगाने के बाद से शी चिनफिंग के साथ यह उनकी दूसरी बातचीत होगी। ट्रंप के सत्ता में आने के बाद चीन पर व्यापार प्रतिबंधों में लगातार वृद्धि हुई जिससे दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए।
लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के नेता ट्रंप ने बीजिंग के साथ व्यापार समझौतों पर बातचीत करने की इच्छा व्यक्त की है, विशेष रूप से उस सोशल वीडियो मंच (टिकटॉक) के लिए जिस पर तब तक के लिए अमेरिकी प्रतिबंध लगा हुआ है जब तक कि उसका स्वामित्व रखने वाली मूल चीनी कंपनी अपनी हिस्सेदारी बेच नहीं देती।
व्यापार तनाव को लेकर ट्रंप और शी के बीच इस बातचीत से पहले दोनों नेताओं ने जून में स्मार्टफोन से लेकर लड़ाकू विमानों तक, हर चीज में इस्तेमाल होने वाले दुर्लभ मृदा तत्वों के निर्यात पर चीन के प्रतिबंधों को लेकर तनाव कम करने के लिए बात की थी।
ट्रंप ने बृहस्पतिवार को कहा था, ‘‘जैसा कि आप जानते हैं, मैं शुक्रवार को राष्ट्रपति शी चिनफिंग से बात करने वाला हूं। यह बातचीत टिकटॉक और व्यापार से संबंधित है। और हम इन सभी मुद्दों पर समझौते के बहुत करीब हैं।’’
उन्होंने कहा कि चीन के साथ उनके संबंध ‘बहुत अच्छे’ हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर यूरोपीय देश चीन पर अधिक शुल्क लगाते हैं तो यूक्रेन में रूस का युद्ध समाप्त हो सकता है।
ट्रंप ने यह नहीं बताया कि क्या वह रूस से तेल खरीदने को लेकर बीजिंग पर शुल्क बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, जैसा कि उन्होंने भारत के साथ किया है।
वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास ने बृहस्पतिवार को दोनों नेताओं के बीच किसी आगामी शिखर सम्मेलन की पुष्टि नहीं की, लेकिन प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने कहा, ‘‘राष्ट्राध्यक्षों की कूटनीति चीन-अमेरिका संबंधों के लिए रणनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करने में एक ऐसी भूमिका निभाती है जिसका कोई दूसरा विकल्प नहीं हो सकता।’’
वाशिंगटन स्थित थिंक टैंक ‘स्टिमसन सेंटर’ में ‘चीन कार्यक्रम’ के निदेशक सन यून ने सकारात्मक चर्चा की उम्मीद जताई है।
सन ने कहा, "दोनों पक्षों की इच्छा है कि शिखर सम्मेलन हो क्योंकि इससे व्यापार समझौते और अन्य मुद्दों के हल होने की उम्मीद है।’’
एपी संतोष