कनाडा ने फलस्तीनी राष्ट्र को मान्यता दी
देवेंद्र दिलीप
- 21 Sep 2025, 08:40 PM
- Updated: 08:40 PM
टोरंटो, 21 सितंबर (एपी) कनाडा ने अमेरिका के विरोध के बावजूद रविवार को फलस्तीन को एक राष्ट्र के रूप में मान्यता दे दी।
कनाडा ने इस उम्मीद के साथ फलस्तीनी राष्ट्र को मान्यता दी है कि यह कदम दो राष्ट्रों के समाधान के आधार पर शांति स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त करेगा, जहां दोनों देश साथ-साथ शांतिपूर्वक रह सकें।
प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर घोषणा की कि कनाडा ने फलस्तीनी राष्ट्र को मान्यता दे दी है।
उन्होंने जुलाई के अंत में ही कहा था कि वह ऐसा करेंगे, क्योंकि कई पश्चिमी देश गाजा में बढ़ते युद्ध से तंग आ चुके हैं।
यह कदम इस सप्ताह होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा से पहले उठाया गया है, जहां फ्रांस समेत अन्य देशों द्वारा भी फलस्तीनी राष्ट्र को मान्यता दिए जाने की उम्मीद है।
इस कदम को लेकर इजराइल और अमेरिका में नाराजगी है, क्योंकि उनका कहना है कि इससे हमास और चरमपंथियों को बढ़ावा मिल सकता है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले कनाडा को चेतावनी देते हुए कहा था कि कनाडा की घोषणा से अमेरिका के लिए अपने उत्तरी पड़ोसी के साथ व्यापार समझौता करना ‘‘बहुत मुश्किल हो जायेगा’’।
फलस्तीनी राष्ट्र को औपचारिक रूप से मान्यता देने का दबाव तब बढ़ गया है जब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने घोषणा की थी कि उनका देश सितम्बर में ऐसा करने वाली पहली प्रमुख पश्चिमी ताकत बन जायेगा।
मैक्रों सोमवार को न्यूयॉर्क में सऊदी अरब के साथ संयुक्त राष्ट्र महासभा की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में फ्रांस द्वारा फलस्तीनी राष्ट्र को मान्यता देने की औपचारिक घोषणा करेंगे।
फलस्तीनी राष्ट्र को 145 से अधिक देश पहले से ही मान्यता दे चुके हैं, जिनमें यूरोप के 12 से अधिक देश शामिल हैं।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार ने द्वि-राष्ट्र समाधान को अस्वीकार कर दिया है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 23 महीनों में इजराइली बमबारी से गाजा में 65,100 से अधिक लोग मारे गए हैं।
हमास के नेतृत्व वाले चरमपंथियों ने सात अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजराइल में धावा बोल दिया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और इनमें से ज्यादातर आम नागरिक शामिल थे।
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