पंजाब में 10 लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा के लिए पंजीकरण 23 सितंबर से शुरू होगा
राखी अविनाश
- 22 Sep 2025, 09:12 PM
- Updated: 09:12 PM
चंडीगढ़, 22 सितंबर (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को कहा कि 10 लाख रुपये तक के ‘कैशलेस’ उपचार की राज्य योजना के तहत पंजीकरण 23 सितंबर से तरनतारन और बरनाला में शुरू होगा।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना का उद्देश्य पंजाब के सभी परिवारों को स्वास्थ्य लाभ देना है।
इस योजना को 10 जुलाई को कैबिनेट की मंजूरी मिली थी।
मान ने यहां एक प्रेस वार्ता में कहा, "हमारी प्राथमिकताएं स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचा हैं। तीन साल में हमने 881 आम आदमी क्लीनिक खोले हैं, जिनकी संख्या आने वाले समय में बढ़कर 1,000 हो जाएगी।"
उन्होंने कहा कि इन सभी क्लिनिक में अब तक 1.80 करोड़ लोगों ने स्वास्थ्य जांच और उपचार कराया है।
मान ने कुछ सप्ताह पहले राज्य के निवासियों के लिए 10 लाख रुपये का 'सेहत बीमा' देने की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए पंजीकरण 23 सितंबर से बरनाला और तरनतारन जिलों से शुरू होगा और कम से कम 10 दिनों तक चलेगा। इनमें से प्रत्येक जिले में लगभग 128 स्थानों पर पंजीकरण शिविर लगाए गए हैं।
मान ने इस योजना को ऐतिहासिक बताया।
मान ने कहा, "हमने प्रक्रिया सरल रखी है। लोग केवल आधार कार्ड और वोटर आईडी जैसे दस्तावेज लेकर पंजीकरण के लिए आएं।"
उन्होंने कहा कि इस योजना में सभी सरकारी कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल होंगे।
बीमा में नामांकित लोगों को एक स्वास्थ्य कार्ड दिया जाएगा।
योजना के तहत राज्य के सभी 65 लाख परिवारों को सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में 10 लाख रुपये तक के ‘कैशलेस’ स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा।
मान ने पहले कहा था कि पंजाब देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां इतने बड़े स्तर पर स्वास्थ्य बीमा है।
मान ने यह भी कहा कि लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए संगरूर में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने कॉलेज के निर्माण के लिए जमीन देने से इनकार करने पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की आलोचना की और कहा कि यह संस्था बादल परिवार के हाथों की कठपुतली मात्र है और इसके सभी कार्य उनके द्वारा "निर्देशित" होते हैं।
उन्होंने कहा कि यदि बादल परिवार कॉलेज बनाना चाहता तो एसजीपीसी निश्चित रूप से जमीन दे देती।
भाषा राखी