अर्जेंटीना में निर्यात शुल्क समाप्त करने से आयातित तेल कीमतों में गिरावट
राजेश राजेश अजय
- 22 Sep 2025, 07:30 PM
- Updated: 07:30 PM
नयी दिल्ली, 22 सितंबर (भाषा) अर्जेंटीना द्वारा खाद्य तेलों पर निर्यात शुल्क समाप्त करने से घरेलू बाजार में सोमवार को सोयाबीन तेल, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल की कीमतें नुकसान दर्शाती बंद हुईं। दूसरी ओर, पहले ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से काफी कम दाम पर बिकने वाले सोयाबीन तिलहन के दाम में मामूली सुधार आया। साथ ही सीमित मांग के कारण बिनौला तेल में भी सुधार दर्ज हुआ।
सामान्य एवं सुस्त कारोबार के बीच सरसों एवं मूंगफली तेल-तिलहन के दाम स्थिरता के साथ बंद हुए।
शिकॉगो एक्सचेंज में फिलहाल दो प्रतिशत की गिरावट थी। जबकि मलेशिया एक्सचेंज में भी फिलहाल गिरावट है।
बाजार सूत्रों ने कहा कि निर्यात बढ़ाने के मकसद से अर्जेंटीना ने खाद्य तेल पर निर्यात शुल्क 31 अक्टूबर तक हटा लिया है। इस पहल के बाद विशेष तौर पर आयातित खाद्य तेलों के दाम टूटते दिखे। शिकॉगो एक्सचेंज में गिरावट के कारण सोयाबीन तेल कीमतों में गिरावट आई। जब बाजार में सोयाबीन, मूंगफली, सूरजमुखी और बिनौला जैसे तेल की खराब स्थिति हो तो पाम-पामोलीन की खपत कहां से बढ़ेगी? इस कारण पाम-पामोलीन तेल के दाम में भी गिरावट आयी।
ऊंचे दाम पर कमजोर कामकाज से सरसों तेल-तिलहन तथा निर्यात की कमजोर मांग के बीच मूंगफली तेल-तिलहन के दाम अपरिवर्तित बने रहे।
उन्होंने कहा कि कुछ तेल संगठनों द्वारा मांग उठाये जाते रहने के बाद सरकार ने पाम-पामोलीन के बीच का आयात शुल्क का अंतर इसलिए बढ़ाया था कि कच्चे पामतेल (सीपीओ) के आयात को प्रोत्साहित किया जाये ताकि देश की रिफाइनिंग मिलों का परिचालन हो सके। अब इस ओर भी ध्यान दिया जाना चाहिये कि क्यों आयातक इसी सोयाबीन और पामतेल को लागत से कम दाम पर बेच रहे हैं। क्या इससे तेल-तिलहन उद्योग और बैंकों को नुकसान नहीं है? किसी को इन बातों की भी खोज खबर लेनी होगी।
सूत्रों ने कहा कि देश के तेल-तिलहन उद्योग की स्थिति ऐसी जटिल हो चली है कि इसे सुलझा पाना अब आसान नहीं है। सोयाबीन, मूंगफली, सूरजमुखी और बिनौला जैसी फसलों के किसानों ने जो झेला है, वह आगे इसी उत्साह से फसल बोते नजर आयेंगे इस बात को लेकर भारी आशंका है।
तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:
सरसों तिलहन - 7,175-7,225 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली - 5,325-5,700 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 12,800 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली रिफाइंड तेल - 2,125-2,425 रुपये प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 15,250 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 2,560-2,660 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 2,560-2,695 रुपये प्रति टिन।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,350 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,980 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 10,200 रुपये प्रति क्विंटल।
सीपीओ एक्स-कांडला- 11,650 रुपये प्रति क्विंटल।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,600 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,350 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन एक्स- कांडला- 12,300 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।
सोयाबीन दाना - 4,525-4,575 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन लूज- 4,225-4,325 रुपये प्रति क्विंटल।
भाषा राजेश राजेश