राजनाथ सिंह ने मोरक्को में किया टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड की विनिर्माण इकाई का उद्घाटन
राजकुमार दिलीप
- 23 Sep 2025, 07:52 PM
- Updated: 07:52 PM
(तस्वीर के साथ)
नयी दिल्ली, 23 सितंबर (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मोरक्को के बरेचिड में ‘व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म’ के निर्माण के लिए लिए ‘टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स’ के एक विनिर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया।
यह संयंत्र 20,000 वर्ग मीटर में फैला है तथा अफ्रीका में पहला भारतीय रक्षा विनिर्माण संयंत्र है। यह मोरक्को का भी सबसे बड़ा ऐसा संयंत्र है।
मोरक्को सरकार के साथ अपने अनुबंध के तहत, ‘टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स’ ‘व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफ़ॉर्म’ का निर्माण करेगी, जिसकी शुरुआती खेप अगले महीने आ जायेगी। यह संयंत्र निर्धारित समय से तीन महीने पहले चालू हो गया है और उत्पादन पहले ही शुरू हो चुका है।
उद्घाटन समारोह में मोरक्को के राष्ट्रीय रक्षा मंत्री अब्देलतीफ लौदियी भी उपस्थित थे।
‘टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड’ ने कहा, ‘‘यह किसी निजी भारतीय कंपनी द्वारा विदेश में स्थापित पहली रक्षा विनिर्माण इकाई है, जो रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन(डीआरडीओ) के साथ साझेदारी में उन्नत लड़ाकू वाहन प्लेटफॉर्म डिजाइन करने और उसकी आपूर्ति करने की भारत की क्षमता को रेखांकित करती है।’’
कंपनी ने कहा कि इस सयंत्र ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह के रोज़गार सृजित किए हैं, एक मजबूत आपूर्तिकर्ता पारिस्थितिकी तंत्र विकसित किया है, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी क्षमताओं का निर्माण किया है और देश में उत्पाद सहयोगपरक माहौल स्थापित किया है।
कंपनी ने कहा कि यह आवश्यक उप-प्रणालियों और प्रौद्योगिकी की आपूर्ति करने वाले समर्पित सहायक भागीदारों को भी सहायता प्रदान करता है।
‘टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक, सुकरन सिंह ने कहा,‘‘किसी निजी भारतीय रक्षा ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) द्वारा स्थापित पहले विदेशी विनिर्माण संयंत्र के रूप में, यह भारत में डिज़ाइन की गई रक्षा प्रौद्योगिकी प्रणालियों को विदेशी मित्र देशों को उपलब्ध कराने की हमारी रणनीतिक पहल का भी प्रतीक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मोरक्को में कैसाब्लांका के पास आज रक्षा कारखाने का उद्घाटन भारत-मोरक्को औद्योगिक साझेदारी में एक नया अध्याय जोड़ता है। टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स को इस उपलब्धि का हिस्सा बनने पर गर्व है।’’
यह संयंत्र प्रारंभ में ‘रॉयल मोरक्कन आर्मी’ की ज़रूरतों को पूरा करेगा और इसके बाद उसका विस्तार अफ्रीका में मित्र देशों को निर्यात करने के लिए किया जाएगा।
भाषा
राजकुमार