जम्मू कश्मीर : बाढ़ पर चर्चा की मांग को लेकर भाजपा विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया
गोला मनीषा
- 30 Oct 2025, 12:39 PM
- Updated: 12:39 PM
श्रीनगर, 30 अक्टूबर (भाषा) जम्मू कश्मीर में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने हाल में आयी बाढ़ के बाद की स्थिति पर चर्चा के लिए अपने स्थगन प्रस्ताव को खारिज किए जाने के विरोध में बृहस्पतिवार को सदन से बहिर्गमन कर दिया।
भाजपा विधायकों ने पूरे प्रश्नकाल के दौरान खड़े रहने के बाद सदन से बहिर्गमन किया।
विपक्षी सदस्यों ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के इस्तीफे और उनसे ‘‘अधूरे वादों’’ के लिए माफी मांगने की भी मांग की।
जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो भाजपा विधायकों ने खड़े होकर प्रश्नकाल रद्द करने और जम्मू के बाढ़ प्रभावित इलाकों पर आधे घंटे की चर्चा की मांग की।
विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राठर ने भाजपा सदस्यों से अपनी सीटों पर बैठने और प्रश्नकाल चलने देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ‘‘प्रश्नकाल के बाद देखेंगे। मैं उन्हें बोलने का मौका दूंगा।’’
बहरहाल, भाजपा सदस्य नहीं माने और नारेबाजी जारी रखी।
इस बीच, विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने कहा कि अगस्त की बारिश ने जम्मू कश्मीर के ज्यादातर हिस्सों को प्रभावित किया है और जनता को उम्मीद थी कि विधायक उनकी समस्या उठाएंगे।
शर्मा ने कहा कि इस विषय पर चर्चा सत्र के पहले दिन होनी चाहिए थी। उन्होंने सरकार पर भ्रष्टाचार छिपाने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘सरकार क्या छिपाना चाहती है? आज मीडिया में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में घोटाले का खुलासा हुआ है।’’
उनकी टिप्पणी पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने विरोध किया और सदन में हंगामा शुरू हो गया।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के विधायक नजीर अहमद खान गुरेजी ने कहा, ‘‘भाजपा सदस्य नाटक कर रहे हैं और सदन का समय बर्बाद कर रहे हैं।’’
इस दौरान उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने भाजपा विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘चोर मचाए शोर।’’
हंगामे के बीच किश्तवाड़ से भाजपा विधायक शगुन परिहार ने सदन में आसन के समक्ष जाने की कोशिश लेकिन महिला सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोक दिया।
इसके बाद ऐसी ही कोशिश के कारण भाजपा के दो विधायकों आर. एस. पठानिया और सुरिंदर कुमार को सुरक्षाकर्मी सदन से बाहर ले गए।
शोरगुल के बीच प्रश्नकाल जारी रहा और भाजपा विधायक इसके खत्म होने तक खड़े रहे।
प्रश्नकाल समाप्त होते ही भाजपा विधायकों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।
भाषा
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