जयपुर साहित्य महोत्सव में लेखिका किरण देसाई और जीत थायिल वक्ताओं की दूसरी सूची में शामिल
तान्या नरेश
- 30 Oct 2025, 03:39 PM
- Updated: 03:39 PM
नयी दिल्ली, 30 अक्टूबर (भाषा) बुकर पुरस्कार विजेता लेखिका किरण देसाई और कवि-उपन्यासकार जीत थायिल को जनवरी 2026 में आयोजित होने वाले 19वें जयपुर साहित्य महोत्सव (जेएलएफ) के दूसरे चरण के वक्ताओं की सूची में शामिल किया गया है।
किरण देसाई इस वर्ष के बुकर पुरस्कार के दावेदारों की सूची में भी शामिल हैं।
यह प्रतिष्ठित महोत्सव 15 से 19 जनवरी 2026 तक जयपुर के होटल क्लार्क आमेर में आयोजित किया जाएगा। इसमें दुनिया भर के लेखक, विचारक और कलाकार एक साथ आएंगे जो विविध दृष्टिकोणों और विधाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे।
दूसरी सूची में शामिल प्रमुख वक्ताओं में जिनेवा स्थित सीईआरएन की वरिष्ठ भौतिक विज्ञानी अर्चना शर्मा, अर्थशास्त्री अरविंद सुब्रमणियन, नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री एस्थर डुफ्लो, कनाडाई पत्रकार और लेखिका तान्या तलागा, आयरलैंड के पूर्व ताओसीच (राष्ट्राध्यक्ष) लियो वराडकर, कला इतिहासकार और क्यूरेटर डेबरा डायमंड, व्यंग्यकार और प्राइवेट आई पत्रिका के संपादक इयान हिजलप तथा कवयित्री ऐलिस ऑसवल्ड शामिल हैं।
इसके अलावा कला समीक्षक और प्रसारक एंड्रयू ग्राहम-डिक्सन, उपन्यासकार अश्विन सांघी, लेखिका कुंजांग छोदेन रोडर, इतिहासकार नारायणी बसु, पोषण विशेषज्ञ और लेखिका रुजुता दिवाकर, हिमालय के इतिहास और उसकी आध्यात्मिकता पर लिखने वाले स्टीफन ऑल्टर, दिव्यांग अधिकार कार्यकर्ता और लेखिका तारीनी मोहन, प्रकाशक और साहित्यिक प्रवक्ता विलियम सिगहार्ट, तथा तेलुगु की नारीवादी लेखिका वोल्गा भी वक्ताओं में शामिल हैं।
जयपुर साहित्य महोत्सव की सह-निदेशक नमिता गोखले ने कहा, “जनवरी में धरती का सबसे बड़ा साहित्यिक उत्सव फिर से जयपुर में होने जा रहा है। यह हमारे बिखरे हुए विश्व में विचारों और साहित्यिक कथाओं के बीच संवाद का एक अहम मंच है। इस वर्ष का बहुभाषी और बहुविध वक्ताओं का पैनल भारतीय भाषाओं और विश्व साहित्य के सर्वश्रेष्ठ लेखन को प्रस्तुत करेगा। यह उत्सव अनेक दुनियाओं की खिड़कियां खोलेगा और भविष्य की झलक दिखाएगा।”
पहली सूची में नोबेल विजेता ओल्गा तोकार्चुक, बुकर्स पुरस्कार विजेता बानू मुश्ताक, शतरंज ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद, ब्रिटिश अभिनेता और लेखक स्टीफन फ्राय, और पूर्व राजनयिक-लेखक गोपालकृष्ण गांधी के नाम शामिल किए गए थे।
कुल मिलाकर इस बार के महोत्सव में 350 से अधिक वक्ता शामिल होंगे और कार्यक्रम का दायरा कथा-साहित्य, कविता, इतिहास, कला, विज्ञान, गणित, चिकित्सा और मानसिक स्वास्थ्य जैसे विषयों तक फैला होगा।
महोत्सव में जलवायु परिवर्तन, व्यापार, भू-राजनीति, संघर्ष, लैंगिक समानता, अनुवाद, सिनेमा, नस्ल और पहचान जैसे वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श होगा — इन सबको जोड़ने वाला सूत्र होगा कहानी कहने की शक्ति।
पहली सूची में भारतीय लेखकों में शोभा डे, आनंद नीलकंठन, अनुराधा रॉय, वरिष्ठ फिल्म समीक्षक भावना सोमैय्या, तथा मनु जोसेफ, रुचिर जोशी और के. आर. मीरा जैसे नाम शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं में ब्रिटिश इतिहासकार एलेनॉर बैराकलफ, लेखिका हैली रुबेनहोल्ड, कला क्यूरेटर हेलेन मोल्सवर्थ, जीवनी लेखक जॉन ली एंडरसन, चीनी-ब्रिटिश लेखिका जंग चांग, उपन्यासकार केट मॉस, और लेबनानी पत्रकार किम घाटास शामिल हैं।
टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के. रॉय ने कहा, “जयपुर साहित्य महोत्सव केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि स्वतंत्र अभिव्यक्ति, विविधता और संवाद की शक्ति का उत्सव है। 19वें संस्करण में हम गर्व के साथ एक ऐसा मंच प्रस्तुत कर रहे हैं, जहां दुनिया भर की आवाजें मिलकर प्रेरित करेंगी, विचार जगाएंगी और कहानी कहने की कला के माध्यम से परिवर्तन लाएंगी।”
महोत्सव के साथ-साथ जयपुर बुकमार्क का 13वां संस्करण भी आयोजित किया जाएगा, जो प्रकाशकों, साहित्यिक एजेंटों, अनुवादकों और लेखकों के लिए एक बी2बी मंच है, जिसका उद्देश्य प्रकाशन जगत में सहयोग और वैश्विक संवाद को बढ़ावा देना है।
भाषा तान्या