केएसटीडीसी के वायनाड का प्रचार करने को लेकर भाजपा ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर निशाना साधा
तान्या संतोष
- 30 Oct 2025, 03:44 PM
- Updated: 03:44 PM
बेंगलुरु, 30 अक्टूबर (भाषा) भाजपा ने कर्नाटक राज्य पर्यटन विकास निगम (केएसटीडीसी) के उस सोशल मीडिया पोस्ट की आलोचना की है जिसमें पड़ोसी राज्य केरल के वायनाड को पर्यटक स्थल के रूप में प्रचारित किया गया है।
विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर निशाना साधते हुए इसे “कुर्सी बचाने के लिए हाईकमान की खुशामद” करार दिया। कांग्रेस की शीर्ष नेता प्रियंका गांधी वायनाड से सांसद हैं।
केएसटीडीसी के ‘एक्स’ अकाउंट पर 28 अक्टूबर को किए गए पोस्ट में पर्वतीय जिले में दो रात और तीन दिन के टूर पैकेज का प्रचार करते हुए लिखा गया था, “रोमांच या सुकून की तलाश? दोनों पाएं वायनाड में! केएसटीडीसी के साथ सुंदर ट्रेकिंग पथों पर चलें, झरनों का पीछा करें और वन्य जीव से मिलें । हर तरह से पूर्ण प्राकृतिक स्थल में आपका इंतजार है।”
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि “कर्नाटक कब तक ऐसे मुख्यमंत्री को बर्दाश्त करेगा, जो वायनाड के जिला कलेक्टर और धन जुटाने वाले व्यक्ति की तरह व्यवहार कर रहा है?”
उन्होंने 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, “आपने (सिद्धरमैया) कर्नाटक के करदाताओं के 10 करोड़ रुपये वायनाड को बिजली की गति से हस्तांतरित कर दिए। आपने एक व्यक्ति की हाथी के हमले में हुई मौत पर उसके परिवार को 15 लाख रुपये दिए। भूस्खलन के बाद वायनाड में 100 घर बनाने की घोषणा की। अब आपने कर्नाटक के अपने पर्यटन निगम (केएसटीडीसी) से वायनाड (प्रियंका गांधी का संसदीय क्षेत्र) का प्रचार करा दिया।
अशोक ने कहा कि उत्तर कर्नाटक में बाढ़ की स्थिति है, किसान पीड़ित हैं, घर बह गए हैं, 12.5 लाख हेक्टेयर फसलें नष्ट हो गईं — लेकिन मुआवजा अब भी “फाइलों, सर्वे, बहानों, भाषणों और फोटो खिंचवाने” तक सीमित है।
उन्होंने सवाल उठाया, “कलबुर्गी, रायचूर, यादगीर, बीदर, विजयपुरा, बागलकोट और बेलगावी के लिए मुआवजा और राहत कहां है? प्राथमिकता कहां है?”
मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए अशोक ने कहा, “आप अपने राज्य के आपदा-ग्रस्त किसानों की तुलना में दूसरे राज्य को पैसे तेजी से भेज रहे हैं। यह दान नहीं है, बल्कि कुर्सी बचाने के लिए हाईकमान की खुशामद है।”
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, “कर्नाटक को ऐसा मुख्यमंत्री नहीं चाहिए जो ‘नकली गांधी परिवार’ के आगे झुक जाए, राज्य के कोष को हाईकमान के एटीएम की तरह खर्च करे और अपने ही किसानों को भूल जाए, जिन्होंने उनकी थाली में अन्न रखा।”
अशोक ने कहा, “हमने कर्नाटक का मुख्यमंत्री चुना है, दिल्ली की कठपुतली या वायनाड का ब्रांड एंबेसडर नहीं।”
उन्होंने मुख्यमंत्री से किसानों को तुरंत पूरा मुआवजा देने की मांग करते हुए कहा, “कर्नाटक का पैसा ‘नकली गांधी परिवार’ की खुशामद करने में लूटना बंद करें-कर्नाटक पहले, वायनाड बाद में।”
भाजपा के एक अन्य नेता और पूर्व मंत्री सी. टी. रवि ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘केएसटीडीसी, जिसका काम कर्नाटक में पर्यटन को बढ़ावा देना है, अब कर्नाटक के लोगों को वायनाड घूमने के लिए बुला रहा है।”
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “क्या वायनाड कर्नाटक का हिस्सा है? या केएसटीडीसी अब केरल बन गया है? कांग्रेस सरकार अपनी पार्टी नेता प्रियंका गांधी को खुश करने के लिए कन्नड़ नाडु के सम्मान को गिरवी रख रही हैं।”
भाषा तान्या