लिचफील्ड का शतक, ऑस्ट्रेलिया ने भारत को दिया 339 रन का लक्ष्य
नमिता सुधीर
- 30 Oct 2025, 07:37 PM
- Updated: 07:37 PM
नवी मुंबई, 30 अक्टूबर (भाषा) सलामी बल्लेबाज फोबे लिचफील्ड (119 रन) के शतक तथा एलिस पैरी (77 रन) और एश्ले गार्डनर (63 रन) के अर्धशतकों की बदौलत ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बृहस्पतिवार को यहां आईसीसी महिला वनडे विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में भारत को जीत के लिए 339 रन का लक्ष्य दिया।
अगर बाएं हाथ की स्पिनर श्री चरणी (49 रन देकर दो विकेट) ने 3-0-9-2 के तीसरे स्पैल में शानदार गेंदबाजी नहीं की होती तो ऑस्ट्रेलियाई टीम इससे भी विशाल स्कोर तक पहुंच गई होती। श्री चरणी ने बेथ मूनी (24) और फॉर्म में चल रही एनाबेल सदरलैंड (03) को आउट किया।
श्री चरणी ने भारत को पारी पर नियंत्रण लाने में मदद की क्योंकि अन्य भारतीय गेंदबाजों को पिच पर संघर्ष करना पड़ रहा था जिस पर उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही थी। वहीं कुछ गलतियां क्षेत्ररक्षण में भी हुईं जिससे मेजबान टीम के लिए चीजें और मुश्किल हो गईं।
बल्कि श्री चरण के इस स्पैल से ऑस्ट्रेलियाई रन गति धीमी हुई। मेहमान टीम दो विकेट पर 220 रन के स्कोर से छह विकेट पर 265 रन तक पहुंच गई लेकिन इसके बाद गार्डनर की 45 गेंद में चार चौके और इतने ही छक्के जड़ित पारी ने टीम को 300 रन के पार करा दिया। टीम एक गेंद रहते 338 रन के स्कोर पर सिमट गई।
लिचफील्ड ने 93 गेंद की पारी के दौरान 17 चौके और तीन छक्के जड़े। पैरी ने 88 गेंद में छह चौके और दो छक्के जमाए। लिचफील्ड और पैरी ने दूसरे विकेट के लिए 133 गेंद में 155 रन की साझेदारी निभाई।
पारी की शुरूआत में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने तीसरे ओवर में एलिसा हीली का कैच छोड़कर उन्हें जीवनदान दिया। हालांकि अंतिम एकादश में वापसी करने वाली ऑस्ट्रेलियाई कप्तान छठे ओवर में सस्ते में आउट हो गईं।
लिचफील्ड ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए महज 77 गेंद में तीसरा वनडे शतक जड़ दिया जिससे ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़े स्कोर की नींव पड़ी। यह 22 वर्षीय खिलाड़ी अभी तक टूर्नामेंट में केवल एक अर्धशतक ही लगा सकी थी। लेकिन उनकी बल्लेबाजी को देखकर ऐसा लगा जैसे वह शानदार फॉर्म में हों।
लिचफील्ड ने मैदान के हर कोने पर शॉट लगाए और हर तरह के शॉट लगाए। रिवर्स स्वीप खेलने की इस महारथी ने 16वें ओवर की आखिरी गेंद पर श्री चरणी की गेंद पर सीधा शॉट लगाया जो अमनजोत कौर के हाथ में जाता दिखा जिससे वह वापस लौट गईं, लेकिन अंपायरों ने उन्हें वापस बुला लिया क्योंकि गेंद टर्फ से टकराने के बाद शॉर्ट थर्ड मैन पर खड़ी क्षेत्ररक्षक के हाथों में चली गई थी।
लिचफील्ड की शानदार पारी का अंत अमनजोत कौर की गेंद पर हुआ जिसे वह डीप फाइन लेग में खेलना चाह रही थीं लेकिन इससे उनके मिडिल स्टंप उखड़ गए।
पैरी उनका अच्छा साथ निभा रही थीं और उन्होंने अर्धशतक जड़कर टीम के लिए अहम योगदान दिया। वह राधा यादव की गेंद पर बोल्ड हुईं।
भारतीय गेंदबाजों को अनुशासित रहने की जरूरत थी लेकिन क्रांति गौड़ लाइन एवं लेंथ में अनिरंतर रहीं तो रेणुका सिंह अपनी चिर परिचित इन स्विंग नहीं हासिल कर पाईं। भारत की सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली दीप्ति (73 रन देकर दो विकेट) को आखिरी क्षणों में दो विकेट मिले।
बारिश ने पारी के शुरू में थोड़ी देर के लिए खलल डाला था।
भाषा नमिता