पटना के मोकामा में जन सुराज पार्टी का समर्थक रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाया गया
राखी अविनाश
- 30 Oct 2025, 08:58 PM
- Updated: 08:58 PM
पटना, 30 अक्टूबर (भाषा) पटना के मोकामा इलाके में बृहस्पतिवार को जन सुराज पार्टी का एक समर्थक रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
हालांकि, स्थानीय लोगों का दावा है कि जन सुराज कार्यकर्ता की हत्या दो दलों के समर्थकों के बीच हुई झड़प के दौरान हुई।
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय के शर्मा ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, "पुलिस को सूचना मिली कि मोकामा टाल इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान एक उम्मीदवार के समर्थक की मौत हो गई। घटना के सही कारण का अभी पता नहीं चल पाया है, क्योंकि शव पुलिस को नहीं सौंपा गया है। उसकी मौत गोली लगने से हुई या दुर्घटनावश हुई, इसका पता शव मिलने के बाद ही चल पाएगा।"
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दुलारचंद यादव की मौत उस समय हुई जब वह जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के लिए प्रचार कर रहे थे।
स्थानीय लोगों के अनुसार, मोकामा टाल क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान दो उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच झड़प हो गई।
एसएसपी ने कहा, "आरोप लगाए जा रहे हैं कि पीड़ित की विरोधी पक्ष के समर्थकों ने गोली मारकर हत्या कर दी।"
उन्होंने कहा कि मामले की सभी कोणों से जांच की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और जांच जारी है।
जन सुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने एक बयान में कहा, "यह घटना 'जंगलराज' का डर दिखाकर वोट मांगने वालों के इशारे पर हुई है। यह हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला है। हम मोकामा विधानसभा चुनाव के अपने उम्मीदवार प्रियदर्शी पीयूष के काफिले पर हुए हमले और उनके एक समर्थक की हत्या की कड़ी निंदा करते हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक उम्मीदवार को जन संपर्क कार्यक्रम चलाने का अधिकार है।
जन सुराज पार्टी नेता ने कहा, "चुनाव प्रचार के दौरान हमला करना, प्रभुत्व दिखाने के लिए गोलियां चलाना और समर्थकों पर वाहन चढ़ाकर उनकी हत्या करना जघन्य अपराध है।"
इस सीट पर जनता दल (यू) के कद्दावर नेता अनंत सिंह और राजद की वीणा देवी मैदान में हैं। मोकामा में छह नवंबर को मतदान होगा।
जन सुराज पार्टी के समर्थकों ने जद(यू) उम्मीदवार पर क्षेत्र में हिंसा फैलाने का आरोप लगाया।
सिंह ने संवाददाताओं से कहा, "मुझे नहीं पता कि यह कैसे हुआ। जब हम मोकामा टाल क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे, तब मेरे विरोधियों ने मेरे काफिले पर हमला किया। मुझे पता है कि राजद उम्मीदवार के पति सूरजभान सिंह इसमें शामिल हैं।"
यादव को बिहार के कई शीर्ष नेताओं का करीबी माना जाता था।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूछा, "जब आचार संहिता लागू हो चुकी है तो चुनाव प्रचार के दौरान लोग हथियार लेकर कैसे खुलेआम घूम रहे हैं?"
उन्होंने कहा, "दुलारचंद यादव की हत्या गंभीर चिंता का विषय है। यह घटना राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े करती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यह सब देखना चाहिए। वह हमेशा बिहार में राजग शासन की बात करते हैं। इसे कौन सा 'राज' कहा जाए?"
जन सुराज पार्टी ने दावा किया कि सबसे बड़ी विडंबना यह है कि "यह सब उन लोगों के इशारे पर किया गया जो खुद को सुशासन के समर्थक कहते हैं और जंगल राज का विरोध करने के नाम पर वोट मांगते हैं"।
बयान में कहा गया, "बिहार पुलिस को आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करना चाहिए। हमने पुलिस से जन सुराज उम्मीदवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया है।"
भाषा
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