भाजपा सांसद का सीमा संबंधी बयान इस पार्टी के पाखंड का निम्नतम स्तर : अभिषेक बनर्जी
जोहेब सुरेश
- 01 Nov 2025, 07:01 PM
- Updated: 07:01 PM
कोलकाता, एक नवंबर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद जगन्नाथ सरकार के भारत-बांग्लादेश सीमा संबंधी बयान की कड़ी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा की पाखंड की राजनीति ‘‘नये निचले स्तर पर’’ पहुंच गई है।
समाचार चैनलों पर प्रसारित एक कथित वीडियो में जगन्नाथ सरकार को बृहस्पतिवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र राणाघाट में एक बैठक के दौरान यह कहते हुए सुना गया कि “अगर हम अगले साल का विधानसभा चुनाव जीते तो बांग्लादेश से लगी सीमा पर कंटीले तार की बाड़ नहीं लगाई जाएगी”।
राणाघाट नदिया जिले में आता है, जिसकी सीमा बांग्लादेश से लगती है।
‘पीटीआई-भाषा’ स्वतंत्र रूप से इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सका।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में अभिषेक बनर्जी ने मांग की कि यदि भाजपा वास्तव में भारत की एकता और अखंडता में विश्वास रखती है, तो वह जगन्नाथ सरकार को निलंबित करे।
सांसद के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा नेतृत्व का पाखंड नए निचले स्तर पर पहुंच गया है। भाजपा को राणाघाट से सांसद जगन्नाथ सरकार ने घोषणा की है कि अगर भाजपा सत्ता में आई, तो भारत और बांग्लादेश के बीच कोई सीमा नहीं होगी। दोनों देश फिर से एक हो जाएंगे!’’
उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ‘‘पश्चिम बंगाल सरकार पर सीमा की सुरक्षा के लिए जमीन न देने का लगातार आरोप लगाते हैं, जबकि उनके अपने सांसद उसे (सीमा को) मिटाने की बात’’ कर रहे हैं।
बनर्जी ने कहा, “अगर भाजपा वास्तव में राष्ट्र की अखंडता में विश्वास करती है, तो मैं भाजपा और पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा को चुनौती देता हूं कि इस सांसद को तुरंत निलंबित करें। उनका मौन रहना, केवल यह साबित करेगा कि उन्होंने (जगन्नाथ सरकार) शीर्ष नेतृत्व की सहमति से ही यह सब कहा है।’’
उन्होंने यह भी कहा कि जगन्नाथ सरकार का बयान ‘‘राष्ट्रवाद नहीं, बल्कि धोखाधड़ी है।’’
पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष ने कहा, ‘‘पार्टी को बनर्जी से राष्ट्रवाद और देश की एकता के बारे में सबक सीखने की ज़रूरत नहीं है।’’
घोष ने कहा कि जहां तक सरकार की टिप्पणी का सवाल है, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व प्रतिक्रिया देने से पहले वीडियो देखेगा और उसकी विषय-वस्तु की जांच करेगा।
विवाद पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरकार ने कहा कि बनर्जी ने या तो उनकी टिप्पणियों के भाव को नहीं समझा या फिर वह "राजनीतिक कारणों से जानबूझकर इसे गलत तरीके से पेश कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मतलब एक मजबूत, दृढ़ और समृद्ध बंगाल से था, जहां सीमा पार से घुसपैठ अतीत की बात हो जाएगी। सीमा सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ सहयोग करने के बजाय, तृणमूल नेता ने लोगों को गुमराह करने के लिए अमित शाह जी का नाम घसीटा है।”
भाषा
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