जयपुर : निजी स्कूल में चौथी मंजिल से गिरकर छात्रा की मौत, आत्महत्या का संदेह
पृथ्वी अमित रंजन
- 02 Nov 2025, 12:57 AM
- Updated: 12:57 AM
जयपुर, एक नवंबर (भाषा) जयपुर के एक प्रमुख निजी स्कूल में शुक्रवार को छठी कक्षा की एक छात्रा की रहस्यमय परिस्थितियों में भवन की चौथी मंजिल से मौत हो गई। पुलिस ने इसकी जानकारी दी ।
वहीं घटना की जांच के लिए भेजी गई शिक्षा विभाग की टीम ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन ने जांच में सहयोग नहीं किया।
पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है और पुलिस परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि घटना के कारणों का पता लगाया जा सके।
मानसरोवर के थानाधिकारी लखन खटाना ने संवाददाताओं को बताया कि नीरजा मोदी स्कूल की चौथी मंजिल से कथित तौर पर गिरने के बाद छात्रा अमायरा को पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने घटना पर दुख व्यक्त किया और मामले की विस्तृत रिपोर्ट देने के लिए समिति बनाई है।
खटाना ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वास्तविक कारण तो जांच के बाद ही सामने आएगा। सबूत जुटाने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों को बुलाया गया है। हम मामले की गहन जांच करवाएंगे।’’
यहां एक अस्पताल में पोस्टमार्टम के समय छात्रा के माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य मौजूद रहे। वह परिवार की इकलौती संतान थी।
मंत्री दिलावर ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि स्कूल में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध नहीं थे। विद्यालय संचालकों को बच्चों की सुरक्षा के पुख्ता इंताम करने चाहिए।’
दिलावर ने अधिकारियों को स्कूल पहुंचकर जमीनी स्तर पर जांच करने के निर्देश दिए। हालांकि छह अधिकारियों की टीम को डेढ़ घंटे से अधिक इंतजार करने के बावजूद कथित तौर पर प्रिंसिपल या प्रबंधन से मिलने नहीं दिया गया।
जिला शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक) राम निवास शर्मा ने कहा, "न तो प्रिंसिपल और न ही स्कूल का कोई प्रतिनिधि हमसे मिला। मुख्य द्वार अंदर से बंद था और बार-बार खटखटाने पर भी कर्मचारियों ने कोई जवाब नहीं दिया।"
अधिकारियों के अनुसार शिक्षा विभाग की टीम अपराह्न तीन बजे स्कूल पहुंची, लेकिन कर्मचारियों ने उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया। शर्मा ने कहा, "हम गेट पर इंतजार करते रहे और प्रिंसिपल को सूचित करने की कोशिश की, लेकिन कोई आगे नहीं आया। इस तरह का असहयोग करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
उन्होंने यह भी कहा कि विभाग स्कूल की मान्यता रद्द करने पर विचार कर रहा है। मानसरोवर के थानाधिकारी लखन खटाना सहित पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद थे।
संयुक्त अभिभावक संघ के प्रवक्ता अभिषेक जैन ने आरोप लगाया कि यह आत्महत्या का मामला है क्योंकि पीड़िता कथित तौर पर एक शिक्षक के व्यवहार से परेशान थी।
जैन ने कहा, ‘‘हमने कई छात्रों से बात की है। यह बात सामने आई है कि लड़की एक शिक्षक के व्यवहार से परेशान होकर चौथी मंजिल से कूद गई। दुख की बात है कि स्कूल प्रशासन ने सबूत मिटा दिए और घटनास्थल की सफाई कर दी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘न तो सरकार और न ही स्कूल सुरक्षा मानकों को गंभीरता से ले रहे हैं। जब कोई घटना होती है, तब उनकी नींद खुलती है। हमारी मांग है कि स्कूलों की विभिन्न समितियों में अभिभावकों को भी शामिल किया जाए और उनके सुझाव भी शामिल किए जाएं।’’
भाषा पृथ्वी अमित