पूर्वोत्तर की पार्टियां एकल राजनीतिक इकाई के लिए एक साथ आएंगी
नोमान नरेश
- 04 Nov 2025, 07:43 PM
- Updated: 07:43 PM
नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) मेघालय के मुख्यमंत्री और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के अध्यक्ष कोनराड संगमा सहित पूर्वोत्तर के तीन दलों के नेताओं ने मंगलवार को घोषणा की कि वे क्षेत्र के मुद्दों को उठाने के लिए अगले 45 दिन में एक एकल राजनीतिक दल का गठन करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व प्रवक्ता म्होनलुमो किकोन भी प्रस्तावित दल का हिस्सा होंगे।
टिपरा मोथा के प्रद्योत माणिक्य, पीपुल्स पार्टी असम के डैनियल लंगथासा और किकोन इस निर्णय से जुड़े संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर करने वाले नेताओं में शामिल हैं।
एनपीपी और टिपरा मोथा दोनों भाजपा के सहयोगी हैं।
मिजोरम में सत्तारूढ़ जोरम पीपुल्स मूवमेंट, नगालैंड की नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी और असम में भाजपा की सहयोगी असम गण परिषद प्रस्तावित राजनीतिक इकाई का हिस्सा नहीं हैं।
नेताओं की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “हम पूर्वोत्तर के विभिन्न राज्यों के नेता, आज एक सामूहिक और ऐतिहासिक घोषणा करने के लिए एकत्र हुए हैं... ताकि एक एकीकृत एकल राजनीतिक इकाई का गठन हो सके, जो वास्तव में हमारे लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करे।”
इसमें कहा गया है कि यह घोषणा इस साझा मंच के निर्माण की दिशा में पहला कदम है, तथा प्रस्तावित राजनीतिक दल की रूपरेखा और संरचना सहित भविष्य की कार्रवाई पर विचार-विमर्श के लिए एक समिति गठित की जा रही है। नौ सदस्यीय समिति में किकोन सदस्य सचिव हैं।
संगमा ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, "अगले 45 दिनों में समिति सभी सदस्यों से बात करेगी, (दलों का) विलय किया जाएगा और एक नई इकाई उभरेगी।"
उन्होंने कहा कि समिति पूर्वोत्तर के अन्य दलों और नेताओं से भी संपर्क करेगी।
संयुक्त बयान में कहा गया कि पूर्वोत्तर के नई पीढ़ी के नेता महसूस करते हैं कि अब समय आ गया है कि लोगों को एक सामूहिक आवाज़ दी जाए।
इसमें कहा गया है, "हम, पूर्वोत्तर के युवा पीढ़ी के नेता, लंबे समय से अपने लोगों के मुद्दों और चिंताओं पर बोलते रहे हैं, लेकिन अलग-अलग मंचों और राजनीतिक जगहों से। हमने महसूस किया है कि हमारी ताकत एकता में निहित है, और अब समय आ गया है कि हम अपने लोगों को एक सामूहिक आवाज़ दें।"
बयान में कहा गया है, "हमारा संयुक्त प्रयास इस सरल विश्वास से प्रेरित है कि पूर्वोत्तर के लोग राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत, एकीकृत और मूल निवासियों की राजनीतिक आवाज के माध्यम से सुने जाने, सम्मान पाने और प्रतिनिधित्व पाने के हकदार हैं।"
मेघालय के मुख्यमंत्री ने कहा, "यह बहुत महत्वपूर्ण है कि इन विभिन्न दलों को एक राजनीतिक दल में मिला दिया जाए, हमने आज इस पर काम करना शुरू कर दिया है।"
यह पूछे जाने पर कि क्या वे भाजपा का मुकाबला कर पाएंगे, संगमा ने कहा, "हम यहां किसी से लड़ने के लिए नहीं हैं।"
उन्होंने कहा, "हम यह नहीं कह रहे हैं कि हम किसी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। हम केवल यह कह रहे हैं कि हम जो मंच बनाने की कोशिश कर रहे हैं, वह पूर्वोत्तर की आज की जरूरत है। हमारे इस फैसले के पीछे हमारे लोगों का हित और हमारे भविष्य का हित है।"
उन्होंने कहा, "हम केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। ज़ाहिर है एक राजनीतिक दल के तौर पर हम चुनाव लड़ेंगे, हम किसी के ख़िलाफ़ नहीं लड़ रहे हैं।" संगमा ने कहा कि एनपीपी और टिपरा मोथा ने अपने दम पर चुनाव लड़ा है।
पार्टियों को एक साथ लाने वाले मुद्दों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भूमि अधिकार और मूल निवासियों की सुरक्षा, आर्थिक विकास और समग्र प्रगति कुछ प्रमुख मुद्दे हैं।
माणिक्य ने कहा, "डैनियल लंगथासा छठी अनुसूची के लिए लड़ रहे हैं, हम भी छठी अनुसूची के लिए लड़ रहे हैं। इसके अलावा, पड़ोसी देशों से अवैध प्रवास और आदिवासी भूमि का अधिग्रहण जैसी आम समस्याएं भी हैं।"
टिपरा मोथा के नेता ने कहा, "दिल्ली में पूर्वोत्तर के लोगों को भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। कई छात्रों और पेशेवरों का मानना है कि उनके लिए एक साझा मंच होना चाहिए जहां वे अपनी बात रख सकें।"
भाषा नोमान