स्थानीय निकाय चुनावों से पहले फडणवीस ने महायुति एकता की पुष्टि की
नेत्रपाल पवनेश
- 05 Nov 2025, 04:53 PM
- Updated: 04:53 PM
पुणे, पांच नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनावों से पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि सत्तारूढ़ महायुति के सहयोगी एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि भले ही चुनाव पूर्व गठबंधन न हो, लेकिन चुनाव बाद गठबंधन निश्चित है।
कोल्हापुर में पत्रकारों के साथ बातचीत में फडणवीस ने कहा कि वे चुनाव का सामना करने के लिए तैयार हैं।
सत्तारूढ़ महायुति में भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की राकांपा शामिल हैं।
राज्य चुनाव आयुक्त दिनेश वाघमारे ने मंगलवार को बताया कि महाराष्ट्र में 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों के लिए चुनाव दो दिसंबर को होंगे और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
वाघमारे ने 29 नगर निगमों, 32 जिला परिषदों और 336 पंचायत समितियों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं की, जहां चुनाव होने हैं।
फडणवीस ने कहा, ‘‘चुनावों की घोषणा हो चुकी है और हम चुनाव का सामना करने के लिए तैयार हैं। महायुति के हमारे नेता अपने-अपने स्तर पर गठबंधन पर फैसला लेंगे, लेकिन किसी भी परिस्थिति में हम तीनों (महायुति सहयोगी) एक साथ हैं। भले ही चुनाव पूर्व गठबंधन न हो, लेकिन चुनाव बाद गठबंधन जरूर होगा।’’
नगर निकाय चुनावों के प्रति विश्वास व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में लोग सत्तारूढ़ गठबंधन का ‘‘बड़े पैमाने पर’’ समर्थन करेंगे।
शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को राज्य के मराठवाड़ा क्षेत्र का दौरा शुरू किया, जहां अगस्त और सितंबर में भारी बारिश के बाद किसानों की फसल को नुकसान हुआ था।
ठाकरे के दौरे के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा कि यह अच्छी बात है कि विपक्षी पार्टी के नेता राज्य का दौरा कर रहे हैं।
फडणवीस ने कहा, ‘‘उद्धवजी पहली बार सामने आए हैं और मैं खुश हूं।’’ उन्होंने कहा कि शिवसेना प्रमुख ‘‘सिर्फ ताना मारने से आगे नहीं जा सकते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने बार-बार कहा है - मुझे विकास पर उनका एक भाषण दिखाओ और 1,000 रुपये जीतो।’’
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे द्वारा मतदाता सूची में विसंगतियों का आरोप लगाए जाने और निर्वाचन आयोग की आलोचना किए जाने पर फडणवीस ने कहा कि मनसे नेता केवल नगर निकाय चुनाव स्थगित करने की मांग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लेकिन उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार, चुनाव स्थगित नहीं किए जा सकते। इसलिए उन्हें निर्वाचन आयोग से वह जवाब नहीं मिलेगा जो वह चाहते हैं।’’
भाषा नेत्रपाल