गुजरात एटीएस ने रिसिन जहर से आतंकी हमले की साजिश का पर्दाफाश किया, 'डॉक्टर' समेत गिरफ्तार
नोमान नरेश
- 09 Nov 2025, 06:45 PM
- Updated: 06:45 PM
अहमदाबाद, नौ नवंबर (भाषा) गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने चीन से एमबीबीएस की डिग्री करने वाले एक डॉक्टर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर एक संदिग्ध आतंकी सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। आरोपी डॉक्टर कथित तौर पर अत्यधिक घातक रासायनिक जहर 'रिसिन' तैयार कर रहा था और उसका आका इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) से जुड़ा हुआ है।
एक वरिष्ठ एटीएस अधिकारी ने रविवार को बताया कि आरोपियों में एक डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सैयद और आजाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहैल मोहम्मद सलीम के रूप में हुई है और उन्होंने लखनऊ, दिल्ली और अहमदाबाद में कई संवेदनशील स्थानों की रेकी की थी।
गुजरात एटीएस के उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) सुनील जोशी ने संवाददाताओं को बताया, "डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सैयद उच्च शिक्षित और कट्टरपंथी है तथा उसने बड़ी आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश के तहत धन इकट्ठा करने और लोगों की भर्ती करने की योजना बनाई थी।"
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने यह भी खुलासा किया है कि उनका आका ड्रोन के जरिए हथियारों की खेप पाकिस्तान से भेजता है।
जोशी ने संवाददाताओं को बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस की एक टीम ने सात नवंबर को गांधीनगर के अडालज के निकट तेलंगाना के हैदराबाद निवासी डॉ. अहमद मोहिउद्दीन सैयद को गिरफ्तार किया, जिसके पास दो ग्लॉक पिस्तौल, एक बेरेटा पिस्तौल, 30 कारतूस और अरंडी का चार लीटर तेल बरमाद किया गया।
चीन से एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने वाला सैयद एक बड़े आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए 'रिसिन' नाम का एक बेहद घातक ज़हर तैयार कर रहा था।
जोशी ने बताया कि उसने ज़रूरी शोध शुरू कर दिया था, उपकरण और कच्चा माल जुटा लिया था और शुरुआती रासायनिक प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी।
रिसिन एक रासायनिक जहर है और इसे अरंडी के बीजों के प्रसंस्करण से बचे अपशिष्ट पदार्थ से बनाया जा सकता है।
जोशी ने कहा कि सैयद, शेख व सलीम हथियारों का आदान-प्रदान करने के लिए गुजरात में थे और उन्होंने एक शक्तिशाली जहर 'रिसिन' से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची थी।
पूछताछ में सैयद ने बताया कि वह आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रच रहा था और उसने गांधीनगर जिले के कलोल में एक सुनसान जगह से हथियार एकत्र किए थे।
अधिकारी ने बताया कि सैयद का आका अबू खदीजा अफगानिस्तान का निवासी है और आईएसकेपी (इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत) से जुड़ा है तथा वह पाकिस्तान के कई लोगों के संपर्क में भी रहा है।
अधिकारी ने बताया कि अन्य आरोपी आजाद सुलेमान शेख और मोहम्मद सुहैल मोहम्मद सलीम, दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, जिन्हें बनासकांठा जिले से गिरफ्तार किया गया।
जोशी ने बताया कि दोनों ने कथित तौर पर राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियार हासिल किए थे और उन्हें सैयद को दिया था।
जोशी ने बताया कि एटीएस ने उनके कब्जे से तीन मोबाइल फोन और दो लैपटॉप भी जब्त किए हैं।
उन्होंने कहा, "सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) और आरोपियों से पूछताछ से पता चला है कि वे पिछले एक साल से संवेदनशील स्थानों की टोह ले रहे थे। हमें अब तक उनके संबंध में किसी स्थानीय स्लीपर सेल का पता नहीं चला है, लेकिन स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की संलिप्तता के हर पहलू की जांच की जाएगी।"
जोशी ने कहा कि वे आईएसकेपी से जुड़े हैं या नहीं, यह जांच का विषय है। उन्होंने कहा कि गुजरात एटीएस भी विभिन्न राज्यों में मामले की जांच कर रही है।
उन्होंने कहा कि एटीएस केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के साथ समन्वय करके अन्य लोगों को भी गिरफ्तार करेगी।
अधिकारी ने बताया कि तीनों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए), भारतीय न्याय संहिता और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक अदालत ने सैयद को 17 नवंबर तक एटीएस की हिरासत में भेजा है, जबकि दो अन्य को रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
भाषा नोमान