लाल किले के पास हुए विस्फोट में मारे गये लोगों में श्रावस्ती निवासी युवक भी शामिल
अमित
- 11 Nov 2025, 06:50 PM
- Updated: 06:50 PM
बहराइच/श्रावस्ती (उप्र), 11 नवंबर (भाषा) दिल्ली में लाल किले के निकट हुए विस्फोट की घटना में श्रावस्ती के निवासी एक युवक की भी मौत हुई है। यह जानकारी परिजन ने दी।
श्रावस्ती जिले के इकौना थाना क्षेत्र स्थित गणेशपुर गांव निवासी दिनेश मिश्र (32) के पिता भुरई मिश्र ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि दिनेश और उसका भाई गुड्डू परिवार के भरण पोषण के लिए दिल्ली में अलग—अलग स्थानों पर नौकरी करते थे।
भुरई मिश्र ने बताया कि दिनेश पुरानी दिल्ली के चावड़ी बाजार में कार्ड छापने वाली एक प्रिंटिंग प्रेस की दुकान में काम करता था। मिश्र ने बताया कि टीवी चैनल पर विस्फोट की खबर सुनी तो उन्होंने खैरियत पूछने के लिए अपने बेटों को फोन किया मगर फोन स्विच आफ मिला। उन्होंने बताया कि देर रात दूसरे पुत्र गुड्डू ने बताया कि दिनेश की धमाके में मौत हो गयी है।
श्रावस्ती के जिलाधिकारी अश्विनी पांडेय ने संवाददाताओं को बताया कि दिनेश का शव दिल्ली से श्रावस्ती के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि मृतक के शव के साथ परिजन मौजूद हैं।
जिला प्रशासन के अनुसार जिलाधिकारी पांडेय ने मृतक दिनेश के पिता से फोन पर बात करके उन्हें ढाढस बंधाते हुए हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया। जिला प्रशासन के अनुसार जिलाधिकारी के निर्देश पर इकौना तहसील के उप जिलाधिकारी पीयूष जायसवाल ने मौके पर जाकर मृतक के परिवार से बातचीत कर उन्हें सांत्वना दी।
मृतक के पिता भुरई मिश्र ने प्रशासन को बताया है कि दिनेश के तीन छोटे—छोटे बच्चे हैं।
मिश्र ने बताया कि दिनेश हाल ही में दीपावली पर अपने घर आया था और वह करीब 10 दिन पहले ही काम पर दिल्ली वापस गया था।
उधर, घटना को लेकर बहराइच व श्रावस्ती की सटी भारत—नेपाल सीमा पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। बहराइच में सशस्त्र सीमा बल 42वीं वाहिनी के सेनानायक गंगा सिंह उदावत ने 'पीटीआई—भाषा' से कहा कि दिल्ली में हुई घटना के तुरंत बाद से भारत—नेपाल सीमा की सुरक्षा कड़ी कर दी यी है। उन्होंने बताया कि सीमा में प्रवेश करने वाले लोगों की जांच की प्रक्रिया को और सख्त कर दिया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीमा पर तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी गयी है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अब चौपहिया, दोपहिया या किसी भी प्रकार के वाहनों और देश में प्रवेश कर रहे व्यक्तियों की सघन तलाशी के बाद ही उन्हें आने दिया जा रहा है।
भाषा सं. सलीम